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वॉट्सऐप ने अचानक बंद किए 71 लाख से ज्यादा के अकाउंट, कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलतियां

नई दिल्ली पॉपुलर चैटिंग ऐप वॉट्सऐप का इस्तेमाल भारत में 500 मिलियन से ज्यादा यूजर्स करते हैं। अगर आप भी...

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ज्ञानवापी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज की, हाई कोर्ट पर छोड़ा फैसला

नईदिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने अंजुमन इंतजामिया मस्जिद समिति (एआईएमसी) की वह याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी, जिसमें ज्ञानवापी मामले...

कमलनाथ का पुलिसकर्मियों से वादा सरकार बनने पर, रूके प्रमोशन तत्काल प्रारंभ करेंगे

भोपाल पीसीसी चीफ कमलनाथ ने शुक्रवार को कांग्रेस की सरकार बनने पर पुलिसकर्मियों को कई सौगात देने का वादा किया।...

व्लादिमीर पुतिन ने सीटीबीटी को रद्द करने वाले कानून पर किया हस्ताक्षर, दहशत में नाटो

मास्‍को यूक्रेन युद्ध को लेकर नाटो देशों के साथ चल रहे तनाव के बीच रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने...

ताजमहल मामला: हिंदू सेना की हुई जीत, SC ने ASI को बोला करे सर्वे !

नई दिल्ली दुनिया के 7 आश्चर्यों में से एक ताजमहल को शाहजहां नहीं बल्कि हिंदू राजा मान सिंह ने बनवाया...

अगले पांच साल के लिए श्री सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष बने पीएम मोदी

पाटन (गुजरात) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले पांच साल के लिए श्री सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष बने रहेंगे।यह निर्णय हाल ही...

बड़े नेता सहित 8 मंत्री और पूर्व मंत्री इस बार त्रिकोणीय मुकाबले में फंस

भोपाल केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, मंत्री उषा ठाकुर जैसे बड़े...

वैगनर ग्रुप हिज्बुल्ला को दे रहा है घातक हथियार, बेकार हो जाएंगे Israel के फाइटर जेट्स

तेलअवीव रूस (Russia) की प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप (Wagner Group) इस समय हिज्बुल्ला (Hezbollah) आतंकी संगठन को अपने SA-22 एयर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।