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प्रदेश के 6 शहरों सहित भोपाल-इंदौर में दौड़ेंगी ई-बसें

भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल, देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर, ग्वालियर, और जबलपुर सहित प्रदेश के छह शहरों में...

प्रियंका गांधी ने की बघेल सरकार की तारीफ बोली – महिलाओं और किसानों के लिए किया अच्छा काम

रायपुर छत्तीसगढ़ का नेतृत्व सेवाभावी है। वो आपके आज और कल दोनों को बुलंद बनाने काम कर रहा है। भूपेश...

प्रधानमंत्री शनिवार को वाराणसी का दौरा करेंगे, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखेंगे

नई दिल्ली संसद का विशेष सत्र समाप्त होने के अगले ही दिन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र...

पुल निर्माण के लिये स्थल चयन अधीक्षण यंत्री करेंगे

राज्य शासन द्वारा सेतु निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण के निर्देश जारी भोपाल राज्य शासन द्वारा पुलों के निर्माण में गुणवत्ता...

झारखंड को 24 सितंबर से मिलेगी दूसरी वंदे भारत ट्रेन, गाड़ी में आठ कोच होंगे, बोर्ड को भेजी गई दो समय सारणी

रांची झारखंड की राजधानी रांची के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. झारखंडवासियों को बहुत जल्दी रांची-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन...

9 माह में तीसरी बार प्रदेश पहुंची प्रियंका गांधी

भिलाई कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी गुरुवार को छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं। रायपुर पहुंची प्रियंका का मुख्यमंत्री भूपेश...

मुख्यमंत्री चौहान करेंगे एकात्मता की मूर्ति का अनावरण

ओंकारेश्वर में शंडक्रावतरणम् और ब्रह्मोत्सव गुरूवार को आदि शंकराचार्य को समर्पित अद्वैत लोक का होगा भूमि-पूजन भोपाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह...

मंत्री सुश्री मीना सिंह ने उमरिया में हितग्राहियों को किये हितलाभ वितरित

भोपाल जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने उमरिया जिले के ग्राम पंचायत ताला में हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये।...

राहुल गांधी कुलियों से मिलने रेलवे स्टेशन पहुंचे, ट्रेडमार्क Red शर्ट पहन सिर पर उठाया सामान

नई दिल्ली कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को यहां आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुलियों से बातचीत की और...

विंध्य के लिए पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय का नवीन परिसर सौगात : मुख्यमंत्री चौहान

मुख्यमंत्री ने रीवा के मा.च. विश्वविद्यालय के नवीन परिसर का वर्चुअली किया लोकार्पण भोपाल में स्टेट मीडिया सेंटर का भूमि-पूजन...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।