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देख लीजिए डेमो कि कैसे टनल में फंसे 41 मजदूर निकाले जाएंगे बाहर, पहिए वाला स्ट्रेचर, लंबी सी रस्सी और…

उत्तराखंड सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के लिए देशभर के लोग प्रार्थना कर रहे हैं। हर कोई यह मनोकामना...

करोड़ों की चोरी के गुनहगारों पकड़ने पहुंची पुलिस, बदमाशों ने बरसाई गोलियां

 जावरा रतलाम जिले के जावरा में प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी के भतीजे प्रकाश कोठारी की ज्वेलरी शॉप पर...

स्कूल शिक्षा विभाग ने नौवीं के नामांकन में उम्र के बंधन में छूट दी

भोपाल माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) द्वारा दाखिले के लिए न्यूनतम आयु संबंधी नए नियम से नौवीं कक्षा में नामांकन के...

मतगणना निर्वाचन प्रक्रिया का महत्वपूर्ण कार्य पूरी सावधानी और पारदर्शिता से सुनिश्चित करें-जिला निर्वाचन अधिकारी

गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक तथा माइक्रो प्रेक्षक का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न अनूपपुर मतगणना निर्वाचन प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण कार्य...

रेलवे यात्री ध्यान दे : जनवरी तक नहीं चलेगी पातालकोट एक्सप्रेस

भोपाल/ छिंदवाड़ा इंडियन रेलवे के विकास कार्य के तहत मथुरा यार्ड रिमॉडलिंग के कार्य को लेकर रेलवे ने 98 ट्रेनों...

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत एक दिवसीय प्रवास पर जबलपुर पहुंचे

जबलपुर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत एक दिवसीय प्रवास पर जबलपुर पहुंचे। शहर में मोहन भागवत केशव कुटी में रुके हुए...

दुखद : मशहूर डायरेक्टर राजकुमार कोहली का निधन, इन फिल्मों से मिली थी लोकप्रियता

मुंबई एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है. हिंदी सिनेमा के जाने-माने प्रोड्यूसर राजकुमार कोहली का निधन...

दिल्ली: राउज एवेन्यू कोर्ट ने 4 दिसंबर तक बढ़ाई AAP सांसद संजय सिंह की न्यायिक हिरासत

नईदिल्ली कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह 51 दिन जेल में...

होटल ताज के डेटा में लगी सेंध, करीब 15 लाख ग्राहकों की जानकारी खतरे में

मुंबई एक रिपोर्ट के अनुसार, टाटा के स्वामित्व वाले देश के बेहद प्रतिष्ठित ताज होटल में हाल ही में हुए...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।