गणेश उत्सव को लेकर प्रशासन के तुगलकी गाइडलाइन से गणेश समिति वाले नाराज

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संवाददाता – उरेंद्र कुमार साहू लोहरसी

गरियाबंद | नगर पालिका अध्यक्ष ने विरोध प्रकट कर की संसोधन की मांग कोरोना के ग्रहण से 80 प्रतिशत समितियों हो कर सकेगी आयोजन 23 अगस्त से आयोजित होने वाले गणेश उत्सव को लेकर जिला प्रसाशन के गाइड लाइन की है , परन्तु इस गाइड लाइन में इतने सख्त निर्देश दिए गए है , की कोई भी गणेश समिति गणेश मूर्ति स्थापना करने से पहले दस बार सोचेगी जारी आदेश से नगर सहित पुरे जिले की 80 प्रतिशत समिति इस बार गणेश मूर्ति की स्थापना नहीं कर सकेगी , एक प्रकार से ये आदेश गणेश उत्सव के धार्मिक आयोजन करने वाले धार्मिक गणेश समितियों के लिए आहत है समिति वालो ने भी इसे लेकर अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर की है , समिति वालो का कहना है , की प्रसाशन द्वारा जारी गाइडलाइन के पालन में इतना खर्च हो जायेगा जितना गणेश उत्सव में नहीं होता , दूसरी ओर किसी भी वयक्ति का पंडाल स्थल पर संक्रमित पाए जाने पर उसके इलाज की जिम्मेदारी भी समिति पर थोपी गयी है , इसे देख कर जमकर आक्रोश देखने को मिल रहा है इसे लेकर समिति के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि भी विरोध जता रहे है , शुक्रवार को नगर पालिका के अध्यक्ष एवं प्रदेश भाजपा अल्पसंख्या मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गफ्फू मेमन , नपाo उपाध्यक्ष एवं गरियाबंद भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र सोनटके तथा पार्षद वंश गोपाल सिन्हा ने कलेक्टर से मिलकर आपत्ति दर्ज की है , उन्होंने इस फरमान को अनुसचित बताते हुए , मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपकर मांग की है , जारी आदेश की काडीक 12 में संसोधन की जाये किसी वयक्ति को संक्रमित पाए जाने पर इसके इलाज के खर्च समिति नहीं शासन द्वारा वाहन किया जायेगा ज्ञात हो गरियाबंद में हर साल गणेशोत्सव को धूमधाम से आपसी भाईचारे से मनाया जाता है परन्तु इसबार कोरोना संक्रमण और प्रशासन की सख्ती गाइडलाइन गणेश उत्सव पर भारी पढ़ रही है , कोरोना संक्रम के कारन रौनक जारी गाइडलाइन से फीकी पढ़ सकती है क्योकि गरियाबंद प्रशासन ने सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति के लिए कड़ी निर्देश जारी की है , जिसमे गणेश जी के मूर्ति साइज से लेकर पंडाल साइज तक की साइज तय कर दी है , मूर्ति स्थापना से विसर्जन तक भोग , भंडारा , प्रसाद वितरण , विसर्जन झांकी , बैठक व्यवस्था , जगराता सहिंत अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रोक लगा दी हो , गणेश जी के दर्शन के लिए आने जाने वालो हर किसी व्यक्ति के नाम , मोबाईल नंबर , पता नोट करना होगा नोट करने के अलावा पंडाल में सीसी कैमरा थर्मल स्क्रीनिंग , हैंडवाश आक्सीमीटर , मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्थ अनिवार्य कर दी गयी है , साथ ही डिटिजल डिस्टेंसिंग के साथ लोगो के आने जाने के लिए बांस बल्ली के बैरिकेट लगाने के भी निर्देश है , गणेश दर्शन के लिए आने वाले लोगो के लिए मास्क की आनिवरीयता की गयी है , वही घरो में मूर्ति स्थापना के लिए नगर व ग्राम पंचायत से शपत पत्र प्राप्त करना भी अनिवार्य की है , इसकी सख्त गाइडलाइन को देखते हुए , समिति वाले चिंता में पढ़ गए है , एक तरह गली या छोटे छोटे सार्वजनिक स्थलों के समिति वालो को गाइडलाइन ले मुताबित इस बार गणेशोत्सव की आयोजन ही नहीं कर सकेंगे , कारण की पांच हजार स्केयर फिट खुली स्थान ही नहीं मिलगी , अब देखना होगा की लोग और समिति वाले की धार्मिक भावनाओ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की गाइडलाइन को शिथिल करता है या फिर इस बार गणेश उत्सव की रौनक फीकी ही रहेगी |

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