सरकार प्रदेश में अवैध शराब, रेत और गांजा तस्करी रोकने के लिए चलाये रोका छेका अभिया- प्रीतम सिन्हा
इतेश सोनी गरियाबंद । भाजपा नेता प्रीतम सिन्हा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार गत वर्ष से चलाई जा रही नरवा-गरवा, घुरवा-और बारी योजना के जरिए छत्तीसगढ़ राज्य को क्या दिशा दशा दिये है किसी से छिपा नहीं है । इस योजना के माध्यम से भूपेश सरकार गाँव में रोका-छेका अभियान चला रही है। जबकि पूरे प्रदेश में अवैध शराब, रेत और गांजा की तस्करी चरम सीमा पर है उसमें लगाम लगाने चाहिए। कोरोना महामारी कोविड -19 में प्रदेश के कोरोनटाइन सेंटरों में व्याप्त लापरवाही और ग्राम पंचायतों के चौदहवें वित्त मद का फर्जीवाड़ा पर मौनव्रत सरकार के मंशा पर सवालिया निशान है। सरकार के संरक्षण में खुलेआम शराब, रेत और गांजा की तस्करी पर रोका-छेका करने की जरूरत है। जहाँ एक ओर किसानों की हितों की चिंता करने की बात है तो वर्तमान में रबी फसलों के पैरा को खुलेआम जलाया गया मगर रोकने के कोई उपाय नहीं करा पायी सरकार ने, जबकि एनजीटी के दिशानिर्देश को भी हासिये में डाला गया है। गत वर्ष गौठान योजना में बने गौठानों से सरकार की कलाई परत दर परत खुलता गया है। चूँकि सरकार की ओर से गाँव-गाँव में नरवा-गरवा-घुरवा-बारी योजना के तहत गौठान बनाए गए हैं मगर गत वर्ष से आज तक कोई भी गोठान में मवेशियों को नहीं रखा गया है और जहाँ जबरदस्ती रखने का कोशिश किया है वहाँ गायों अकाल मौत हुआ था। सरकार के द्वारा नरवा गरवा घुरवा और बारी योजना सिर्फ जुमला बाजी बनकर रह गया है ।अभी तक बारी के लिए किसानों को बीज और अन्य संसाधन मुहैया नहीं कराई पायी है सरकार। छत्तीसगढ़ सरकार अपनी अस्पट नीति और जुमले बाजी को रोकने के लिए रोका-छेका अभियान चलाना चाहिए।