पहली आंधी तूफान ने खोली गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य की मवेशी गौठान में प्रवेश ही नही किए की टूटने लगी पोल…
ऋषभ पांडेय बालोद — राज्य सरकार की प्रमुख योजना नरवा, गरवा, घुरवा,बाड़ी
जो कि विकास की चार चिन्हारी के रूप में माना जाता है। लेकिन उक्त प्रमुख योजना में गरवा के लिए तैयार गौठान बारिश में मवेशियों को दाना-पानी देने के लिए बने — के पिल्लहर पहली ही बारिश में अपना रंग दिखाने लगा है।
पूरा मामला बालोद जिला के गुरुर ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम बोरतरा का है, जहाँ शासन योजनान्तर्गत लाखों की लागत से बनी गौठान का हैं। जहां दिन शनिवार को हुई ताबड़तोड़ आंधी-बारिश ने सरकारी निर्माण के गुणवत्ता की पोल खोलकर रख दी है। ग्रामीणों की माने तो निर्मित गौठान में भारी भ्र्ष्टाचार की बू आती हैं, निर्माण के समय में सीमेंट-रेत के मिश्रण में बहुत फेर था जिससे जो मजबूती चाहिए वह नही मिल पाई है,। वहीँ ग्रामीणों ने बताया कि यह सब भृष्ट निर्माण कार्य भृष्ट अधिकारी और तकनीकी सहायक के नेतृत्व में हुई है। ग्रामीणों ने कहा है, अभी-अभी बने गौठान मे मवेशी प्रवेश नही हुआ है लेकिन पहली ही बारिश में चारा-पानी का पिल्लहर गिर जाना साफ तौर पर अनिमितता ,और शासन के राशि का दुरुपयोग बताया है। बालोद गुरूर से ऋषभ पांडेय के साथ के.नागे की रिपोर्ट