मनरेगा कार्य में रोजगार सहायिक. ने काटा श्रमिकों का पारिश्रमिक, श्रमिकों ने ग्राम पंचायत के सामने किया विरोध
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बालोद.. जिले के गुंडरदेही जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत गोड़ेला व आश्रित ग्राम खुर्सीपार में मनरेगा तहत चल रहे तालाब जीर्णोद्धार कार्य में श्रमिकों के पारिश्रमिक राशि काटे जाने का मामला सामने आया है। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने पंचायत भवन में ताला जड़कर विरोध में बैठे रहे।ग्रामीणों ने बताया कि रोजगार सहायिका तेजेश्वरी नेताम ने मनरेगा में कार्य कर रहे श्रमिको के पारिश्रमिक का कुछ हिस्सा काट दिया है व श्रमिको के पारिश्रमिक में भेदभाव किया गया है।गोड़ेला कि मनरेगा श्रमिको की ज्यादा राशि काटी गई है। जब इस संदर्भ में गांव के लोगों ने रोजगार सहायिका से जानकारी मांगी तो उन्हें भी अश्लील शब्दो का इस्तेमाल कर दुत्कार दिया गया।एक गर्भवती महिला जो कि एक सप्ताह तक काम कर चुकी थी,उसे भी मस्टरोल में नाम नही है कहकर काम से निकाल दिया गया ।जबकि सभी पंचों को मनरेगा कार्य में उपस्थिति डालकर बैठे बिठाए मजदूरी दी जा रही है।ग्रामीणों ने आगे बताया कि ग्राम पंचायत में कुछ ओछी मानसिकता के लोग है. जो गाँव में लोगों को दिग्भ्रमित करते रहते हैं. बिना किसी को जानकारी दिए ।नया तालाब तक सड़क किनारे नाली निर्माण का प्रस्ताव घोषित कर दिया गया जबकि किसी ग्रामीण या जनप्रनिधियो को इसकी जानकारी नही है।गांव में मनरेगा श्रमिको से ऐसे कार्य भी कराए जा रहे है जो कि मनरेगा के तहत नही आते. ताकि रोजगार सहायिका शासन द्वारा प्रदत्त राशि से अपनी जेबे भर सके।इस तरह से रोजगार सहायिका अपनी मनमानी कर रही है।ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला कलेक्टर तथा जनपद अध्यक्ष गुंडरदेही सुचित्रा साहू से की है. व रोजगार सहायिका को हटाए जाने की मांग की है।स्थिति को नियंत्रण में करने के लिये जनपद सदस्य क्षेत्र क्र. 1 राजेश चौबे,सरपंच रामेश्वर ठाकुर,पंचायत सचिव लीलाधर साहू व अन्य जनप्रनिधि मौके पर पहुंचे।जनपद सदस्य राजेश चौबे द्वारा मामले की जांच कराने का आश्वासन दिए जाने के बाद ही ग्रामीणों ने पंचायत का ताला खोला।उधर मामला संज्ञान में आने के बाद मनरेगा पीओ प्रतिज्ञा चंद्राकर ने जांच के लिए समिति गठन करने की बात कही।है. अब देखना यह होगा कि जांच किस आधर पर तय किया जाता है. बालोद से के. नागे की रिपोर्ट..