स्वाध्यायी छात्रों को भी जनरल प्रमोशन का लाभ दिया जाए – प्रवीण बाम्बोड़े एनएसयुआई बिन्द्रानवागढ विधानसभा अध्यक्ष प्रवीण बाम्बोड़े ने विश्वविद्यालय प्रबंधन और राज्य शासन को मेल के माध्यम ज्ञापन सौंप किया मांग- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
इतेेेेश सोनी मैनपुर :- देश भर में कोरोना वायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है लॉक डाउन के चलते सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं ऐसे में प्रथम व द्वितीय वर्ष के रेगुलर छात्रों को जनरल प्रमोशन देने के बाद अब प्राइवेट छात्रों के मन में भी परीक्षा और पढ़ाई को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। एनएसयुआई बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा अध्यक्ष प्रवीण बाम्बोड़े ने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल द्वारा छात्रों को जनरल प्रमोशन दिये जाने के फैसले एवं छात्रो हित मे राज्य सरकार व महाविद्यालय प्रबंधन के समक्ष लगातार अपनी बात रखने वाले एनएसयुआई प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के कार्यो सराहना किये है। एनएसयूआई बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा अध्यक्ष प्रवीण बाम्बोड़े की अगुवाई में छात्र नेताओं ने प्राइवेट परीक्षार्थियों के लिए भी जनरल प्रमोशन की मांग की है। बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा अध्यक्ष प्रवीण बाम्बोड़े ने बताया कि प्रथम व द्वितीय वर्ष के रेगुलर छात्रों को जनरल प्रमोशन दिये जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के नेतृत्व में एनएसयुआई कार्यकर्ताओ ने विश्वविद्यालय प्रशासन, राज्य शासन को ज्ञापन सौंपते हुए प्राइवेट छात्रों को भी जनरल प्रमोशन का लाभ दिए जाने की मांग किये है। प्रवीण बाम्बोड़े ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों में स्वाध्यायी छात्र छात्राएं भारी संख्या में परीक्षा फार्म भरे है जिनकी भी पढाई कोरोना प्रकोप के चलते प्रभावित हुई है। उन्होने बताया कि छत्तीसगढ़ में कोविड -19 से प्रभावित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है विशेषज्ञों पर विश्वास करें तो आगामी तीन से चार महीनों तक किसी बड़ी परीक्षा का आयोजन संभव नहीं है। एनएसयूआई बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि लाॅक डाउन के बाद व कोरोना प्रकोप कम होने के बाद प्राईवेट परीक्षार्थियों व अंतिम वर्ष के परीक्षार्थियों का परीक्षा आयोजन किया जाना है जहां विलंब के बाद परीक्षा आयोजन होने की आशंका से छात्रों को पूरा साल बर्बाद होना निश्चित है स्वाध्यायी छात्रों में साल बरबाद होने को लेकर डर है। उन्होने बताया कि सामान्यतः प्राइवेट पद्धति से से परीक्षा देने वाले ज्यादातर छात्र ग्रामीण क्षेत्र से हैं अधिकांश छात्र पढ़ाई के साथ साथ छोटा-मोटा रोजगार करते हैं इसके चलते परिवार का भरण पोषण होता है लॉक डाउन के दौरान यदि परीक्षा का आयोजन किया जाता है तो इन गरीब छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. एनएसयुआई कार्यकर्ताओ ने पहले भी छात्रों को जनरल प्रमोशन देने की मांग की थी राज्य शासन ने नियमित छात्रों को जनरल प्रमोशन देकर हमारी आधी मांग पूरी किया है विश्वविद्यालय प्रशासन और राज्य शासन को मेल के माध्यम से ज्ञापन दिया है हमने मांग की है कि स्वाध्यायी छात्रों को भी जनरल प्रमोशन का लाभ दिया जाए।