मजदूर के बजाए मशीन से की जा रही रेत लोडिंग ,मजदूर को बना दिया मुखौटा,और मशीन बन गया मजदूर
छत्तीसगढ़/धमतरी -राज्य की रेत खदानों को सरकार द्वारा लॉट सिस्टम से नियम व शर्तों के आधार पर ठेकेदारों को दिया गया हैं… जहाँ आवश्यक निशा निर्देश के अधीन रेत खदान संचालन किया जाना हैं… लंबे समय के लॉक डाउन के बाद निर्माण कार्य चालू होने के कारण जिले कुछ रेत खदानों को मजदूर लोडिंग की परमिशन दी गई हैं… जिसका फायदा उठाने ठेकेदारों द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा हैं… जिले के मगरलोड ब्लॉक के राजपुर रेत खदान में यह देखने को मिला जहां रेत खदान पर मजदूरों को एक मुखौटे के रूप में इस्तेमाल कर चैन माउंटेन से हाइवा लोड किया जा रहा हैं… जहाँ ठेकेदार द्वारा मजदूरों का हक तो मारा ही जा रहा हैं साथ ही रात्रि में रेत उत्खनन कर राजस्व को भी लाखों का चूना लगाया जा रहा हैं… चैन माउंटेन से हाइवा लोडिंग की सूचना मिलने के बाद जब हमारे द्वारा रेत खदान जाकर देखा गया तो दिन में ही धड़ल्ले लाल रंग की चैन माउंटेन से हाइवा को लोडिंग की जा रही थी… जब इस संबंध में हमारे द्वारा खदान में काम कर रहे मजदूरों से पूछा गया तो बताया की हम लोगों को सिर्फ खदान में कोई आ जाएं तो मजदूर लोडिंग हो रहा हैं करके दिखावे के लिए रखा गया हैं… बाकी पूरा काम तो यहाँ दिनरात मशीन से किया जाता हैं… जब हम सुबह काम पर आते हैं तो हमारे लिए 10 से 15 हाइवा लोड करने छोड़ दिया जाता हैं… बाकी गाड़ी मशीन से लोड की जाती हैं… काम कर रहे मजदूरों ने आगे बताया की ठेकेदार द्वारा उन्हें काम का सही रेट भी नहीं दिया जाता… रात में मशीन की जगह हम लोग काम करने की बात करते हैं तो मुंशी द्वारा रात में खदान बंद होने का हवाला देते हुए मना कर दिया जाता हैं… वहीं जब हमने मजदूरों द्वारा विभागीय अधिकारी से शिकायत करने की बात पूछा गया तो बताएं की लॉक डाउन के इस दौर पर ठेकेदार द्वारा हम लोगों के काम बंद न करा दे इस डर से हमने शिकायत नहीं की हैं…. मजदूरों ने कलेक्टर रजत बंसल से अपील की हैं कि रात में चल रहे रेत उत्खनन को बंद करा कर मजदूरों की रेट में बढ़ोतरी की जाए…
वहीं इस संबंध में खनिज निरिक्षक खिलावन कुलार्पा ने बताया कि प्रति घनमीटर 115 रु. लोडिंग चार्ज निर्धारित रहता हैं… अगर मजदूरों को राशि कम दी जा रही हैं… तो जांच कर मजदूरों को निर्धारित राशि दिलाई जाएगी… रेत खदान में मजदूर के माध्यम से गाड़ी लोडिंग कराई जानी हैं… दिन या रात में कही भी मशीन से काम करते पाया जाता हैं… तो उस पर कार्यवाई की जाएगी।।ब्यूरो रिपोर्ट राहुल साहू