चिड़िया का आशियाना बना 4 वर्षों से प्लेजर गाड़ी
इंसान के प्रति चिड़ियों का सुरक्षाभाव का उदाहरण लगातार पिछले 4 वर्षों से घर के प्लेजर दो पहिया वाहन में लीटी चिड़िया घोंसला बनाती है अंडे देती है बच्चे पैदा होते हैं और फिर उड़ जाते हैं। पिछले वर्ष अप्रैल एवं मई में दो बार लिटी चिड़िया ने घोसला बनाएं। लीटी चिड़िया का घोंसला बनाने तक तो ठीक है क्योंकि तिनका इकट्ठा करने के दौरान गाड़ी का उपयोग हम ऑफिस एवं इधर-उधर आने-जाने के लिए कर सकते हैं। लेकिन जैसे ही लिटी चिड़िया अंडे देती है। गाड़ी को लाक डाउन करना पड़ता है और जब तक बच्चे बड़े हो ना जाए तब तक गाड़ी का बिल्कुल उपयोग नहीं कर पाते हैं। यह बात इसलिए शेयर कर रहा हूं कि हमारे आसपास बहुत सारे चिड़िया एवं वन्य प्राणी रहते हैं जो आपके आसपास ही रहना चाहते हैं जो वास्तव में कीट पतंगों का शिकार करके बगैर कीटनाशक दवाइयों के पेड़, पौधों, फलों, साग-भाजी की सुरक्षा करते हैं ।हम देखते हैं कि हमारे कॉलोनी के आसपास बहुत सारे पक्षी जिसमें कोईली, पड़की, फुलचुक्की आदि बहुत सारे पक्षी हम सबके घरों के वृक्षों में निर्बाध रूप से हमारे आसपास विचरण करते हैं। अपनी सु-मधुर आवाज से हम सबको प्रकृति के नजदीक पहुंचाने का कार्य करते हैं। लेकिन कभी-कभी हम सब के इतने करीब पहुंच चुके इन पक्षियों को शिकारी लोग मार देते हैं हम सबको पता ही नहीं चलता। यदि समाज में जागरूकता आये और इस तरह की कोई भी शिकारी आपके आसपास दिखे तो उन्हें मना करें। निसंदेह निश्चित ही हम इन पक्षियों की रक्षा कर सकते हैं।और मेरा दावा है कि आपके आसपास भी पक्षियों के चहचआहट से गुंजने लगेगा। यदि हम ऐसा करने में सफल हो गए तो शहर में भी हमें गांव की जीवन के दर्शन होंगे।धमतरी से रिपोर्ट राहुल साहू की