कोरोना वायरस -लक्षण एवं बचाव जिले में हेल्पलाईन नम्बर जारी टोल फ्री नंबर-104 पर संपर्क किया जा सकता है – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

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इतेश सोनी पत्रकार जिला ब्यूरो गरियाबंद

गरियाबंद – 100 से भी अधिक देशों में तेजी से महामारी की तरह फैल रहे कोविड 2019 नावेल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं इसके रोकथाम और बचाव के लिए शासन द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं। जिला स्तर पर हेल्पलाईन जारी किया गया है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने स्वास्थ्य विभाग को अतिरिक्त सतर्कता बरतने और चैबीसों घंटे सतत् निगरानी रखने के निर्देश दिये हैं। आम जनों से यह अपील भी की गई है की स्वंय सावधान रहें व संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचे। संभावित संक्रमित व्यक्तियों जिला अस्पताल जांच हेतु भेजे। किसी भी प्रकार के समस्या होने पर जिले के हेल्पलाईन नंबर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन. आर. नवरत्न मो. नं.- 9479005735 व डाॅ. जी.एस. धु्रव मो. नं. 7587193258 , विकासखण्ड स्तर पर खण्ड चिकित्सा अधिकारियों एवं अधिक जानकारी के लिये राज्य के हेल्प लाईन नं – 0771-2235091, 9713373165 या टोल फ्री नंबर-104 पर संपर्क किया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन. आर. नवरत्न ने जानकारी देते हुए बताया कि यह एक नया वायरस (विषाणु) जो पहली बार चीन की हुबोई प्रांत के वुहान शहर में पाया गया। इसे नाॅवेल या नया इसलिए कहा गया है क्योकि इसकी पहचान इससे पहले कभी नहीं की गई थी। सावधानी ही इस बीमारी से बचने का तरीका है। यह संक्रमित व्यक्ति के खाली जगह में छींकने व खांसने से, संक्रमित व्यक्ति के हाथ मिलाने, गले लगाने आदि, व संक्रमित व्यक्ति से निकट संपर्क एक मीटर से कम दूरी में संपर्क में आने के बाद, बिना हाथ धोए अपनी आंख ,मुंह एवं नाक को छूने से हो सकता हैं। कोरोना वायरस के शुरूआती लक्षण पाए गए है जिनमें तीव्र बुखार आना, सिरदर्द, नाक बहना, जुकाम, सांस लने मे तकलीफ खांसी, गले में खरास व सीने में जकड़न हो सकता है। यदि कोई संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है तो उसे अपने 28 दिन तक होम आईसोलेशन में खुद की निगरानी में ध्यान देना है। साथ ही भीड़-भाड़ वाले जगह में जाने से बचना है। जिन जगहों में संक्रमण की आशंका है उन जगहों में यथासंभव यात्रा नहीं करना है। मास्क का उपयोग अनावश्यक रूप से नहीं करना चाहिए। मास्क का प्रयोग तभी करें जब स्वंय सर्दी, खांसी, बुखार से ग्रस्त हों अथवा किसी अस्पताल में जाना हो, मरीजों की देखभाल करनी हों एवं किसी संभावित अथवा पाजीटिव मरीज के निकट संपर्क में आने वाले लोगो को मास्क का प्रयोग करना चाहिए। अन्य जो स्वस्थ्य व्यक्ति है उसे मास्क के उपयोग की आवश्यकता नहीं है।
कोरोना वायरस के बचाव हेतु संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचें, नियमित रूप से दिन में कई बार हाथों को साबुन एवं साफ पानी से धोएं, बिना हाथ धोएं अपनी आंख, मुंह एव नाक को ना छुएं व संक्रमित समाग्रियों के संपर्क में आने के बाद आंख या नाक को ना छुए। अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में जाॅच करवाए। जिस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आप हो, उसकी जानकारी समीप के स्वास्थ्यकर्मी को दीजिये। साथ ही सोशल मीडिया वटसअप के माघ्यम से फैलाए जा रहें आनावश्यक संदेशों से सावधान रहें।
कोरोना वायरस के बचाव हेतु शासन द्वारा राज्य एवं जिला स्तर द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत जिला सर्वलंेस इकाई में डाॅ. जी.एस. धु्रव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है और जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है । जिला स्तरीय प्रशिक्षण जिला सर्विलेंस अधिकारी डाॅ गजेन्द्र धु्रव एवं डाॅ. जय पटेल एम. डी मेडिसीन द्वारा समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी ,सेक्टर सुपरवाईजर एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी व अधिकारीयों को दी गई। जिसमें मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा मितानिनों के माघ्यम सें लोगो में कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में जन जागरूकता लाई जावें।

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