सहकारिता मंत्री डाॅ. टेकाम ने किया गरियाबंद स्थित धान खरीदी की समीक्षा – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
जिले में अब तक 10 लाख 64 हजार 385 क्विंटल धान की खरीदी
गरियाबंद । प्रदेश के स्कूल शिक्षा, अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण व सहकारिता मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज जिला मुख्यालय गरियाबंद स्थित विश्राम गृह में खाद्य, सहकारिता और नान के जिला अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में धान खरीदी व्यवस्था की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक श्री एम.आर. आहिरे और वन मण्डलाधिकारी श्री मयंक अग्रवाल भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
सहकारिता मंत्री डाॅ. टेकाम ने कहा कि धान खरीदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी व्यवस्था में किसी प्रकार की कोई कमी न हो, अधिकारी यह सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्ड के अनुसार ही सभी किसानों का धान खरीदी किया जायेगा। इस दौरान बिचैलिए या कोचिया धान खरीदी केन्द्रों में धान न बेच सके, इस पर कड़ी नजर रखे। जिले के अन्य राज्य से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों के खरीदी केन्द्रों पर विशेष सतर्कता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में यहां के ही किसानों का धान की खरीदी हो। उन्होंने अधिकारियों से विगत दिवस देवभोग-मैनपुर क्षेत्र में व्यवस्था के संबंध में उत्पन्न स्थिति की भी जानकारी ली। कलेक्टर श्री धावड़े ने जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में धान खरीदी के संबंध में अवगत कराया कि जिले के 38 सहकारी समितियों के 62 उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी सुचारू रूप से संचालित हो रही है।
अब तक एक अरब 93 करोड़ 94 लाख 43 हजार 950 रूपये लागत से कुल 10 लाख 64 हजार 385 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। कृषकों को एक अरब 47 करोड़ 54 लाख 64 हजार 691 रूपये की राशि भुगतान की गई है। मिलर्स द्वारा एक लाख 90 हजार 692 क्विंटल धान का उठाव किया जा चुका है। जिले को धान खरीदी हेतु 42 लाख 68 हजार 627 बारदाने प्राप्त हुए थे, वर्तमान में 15 लाख 86 हजार 185 बारदाने उपलब्ध है। जिले के उपार्जन केन्द्रों में बोरो की डेनेज व स्टेकिंग व्यवस्थित कर ली गई है। कलेक्टर ने बताया कि अवैध धान परिवहन की रोकथाम के लिए जिले के ओडिसा राज्य की सीमावर्ती क्षेत्र में 13 चेकपोस्ट बनाये गये है, यहां पर 24 घंटे कर्मचारी तैनात किये गये है। समीक्षा के दौरान खाद्य अधिकारी श्री एच.के. डड़सेना ने बताया कि अवैध धान परिवहन के 100 प्रकरण दर्ज किये गये है, जिसमें 73 कोचिए और 27 अंतर्राज्यीय शामिल है। कुल 22 हजार 678 क्विंटल धान जप्त किये गये है। धान परिवहन में संलिप्त 7 वाहन जप्त किये गये है। उक्त प्रकरणों पर छत्तीसगढ़ कृषि उपज मंडी अधिनियम 1972 के तहत कार्यवाही किया गया है। खाद्य अधिकारी ने बताया कि उपार्जन केन्द्रों से 17 हजार 200 क्विंटल धान संग्रहण केन्द्र कुंडेलभाठा के लिए टीओ जारी किया गया है। इसी प्रकार 20 हजार 510 क्विंटल धान उठाव हेतु मिलर्स को डीओ जारी किया गया है। बैठक में एसडीएम श्री जे. आर. चैरसिया एवं खाद्य, सहकारिता और नान के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
गरियाबंद उपार्जन केन्द्र का निरीक्षण
प्रदेश के सहकारिता मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जिला मुख्यालय गरियाबंद के कृषि उपज मंडी परिसर स्थित धान उपार्जन केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने यहां पर किसान छोटेलाल से रू-ब-रू चर्चा करते हुए धान बिक्री के संबंध में जानकारी ली। कृषक छोटेलाल ने बताया कि वे टोकन के मुताबिक 84 बोरा धान बिक्री हेतु उपार्जन केन्द्र लाये हुए है, तौल हो गई है। धान उपार्जन केन्द्र में बेहतर व्यवस्था होने से किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई है। सहकारिता मंत्री श्री टेकाम ने मौके पर इलेक्ट्राॅनिक कांटा से धान बोरे का वजन तौलाया और यहां स्टेकिंग में रखे गये बोरो की गणना भी करवाया। उन्होंने उपार्जन केन्द्र प्रभारी को खरीदी पूर्व धान के गुणवत्ता पर ध्यान देने कहा। इस अवसर पर कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक श्री एम.आर. आहिरे, एसडीएम श्री जे.आर. चैरसिया, खाद्य अधिकारी श्री एच.के. डड़सेना उपस्थित थे। ज्ञात हो कि गरियाबंद उपार्जन केन्द्र में अब तक 3 करोड़ 88 लाख रूपये से 9 हजार 651 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। इस उपार्जन केन्द्र से 463 किसान लाभान्वित हुए हैं।