पौष अमावस्या तिथि को कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण आज – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
सूर्य ग्रहण आज 26 दिसंबर को – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
सर्वोच्य छत्तीसगढ़ गरियाबंद । पौष अमावस्या तिथि को कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण है यह ग्रहण भारत में दृश्य व मान्य है, मैनपुर दुर्गा मंदिर के पुजारी योगेश शर्मा ने बताया कि यह ग्रहण भारत के कुछ भागों में खंड व कुछ भागों में कंकड़ आकृति रूप में दृश्य रहेगा ग्रहण का सूतक 25 दिसंबर की रात्रि 8ः14 से ग्रहण का स्पर्श 26 दिसंबर गुरुवार प्रातः 8ः14 पर और ग्रहण मोक्ष दिन 11ः00 बज कर 15 मिनट पर होगा ग्रहण के सूतक से मोक्ष तक देवी देवताओं के मूर्ति पूजा स्पर्श निषेध रहता है, मैनपुर -पौष अमावस्या तिथि को कंकड़ आकृति सूर्य ग्रहण है यह ग्रहण भारत में दृश्य व मान्य है,
मैनपुर दुर्गा मंदिर के पुजारी योगेश शर्मा ने बताया कि यह ग्रहण भारत के कुछ भागों में खंड व कुछ भागों में कंकड़ आकृति रूप में दृश्य रहेगा ग्रहण का सूतक 25 दिसंबर की रात्रि 8ः14 से ग्रहण का स्पर्श 26 दिसंबर गुरुवार प्रातः 8ः14 पर और ग्रहण मोक्ष दिन 11ः00 बज कर 15 मिनट पर होगा ग्रहण के सूतक से मोक्ष तक देवी देवताओं के मूर्ति पूजा स्पर्श निषेध रहता है, अतः 25 दिसंबर बुधवार की रात्रि 8ः00 बज कर 14 मिनट से 26 दिसंबर गुरुवार दिन 11ः00 बज कर 15 मिनट तक मंदिरों के पट बंद रहेंग , ग्रहण मोक्ष के उपरांत ही मंदिरों में नित्य की तरह विधिवत पूजा अर्चना प्रारंभ होगी , ग्रहण काल में भजन कीर्तन जाप का विशेष महत्व है। ग्रहण काल में किए गए जाप विशेष फलदाई होते हैं। ग्रहण मोक्ष के बाद नदी तालाबों सरोवर में स्नान पश्चात पूजा अर्चना अन्नदान एवं द्रव्य भूमि दान करने से सभी पापों से मुक्ति व मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं ।
अतः 25 दिसंबर बुधवार की रात्रि 8ः00 बज कर 14 मिनट से 26 दिसंबर गुरुवार दिन 11ः00 बज कर 15 मिनट तक मंदिरों के पट बंद रहेंग , ग्रहण मोक्ष के उपरांत ही मंदिरों में नित्य की तरह विधिवत पूजा अर्चना प्रारंभ होगी , ग्रहण काल में भजन कीर्तन जाप का विशेष महत्व है। ग्रहण काल में किए गए जाप विशेष फलदाई होते हैं। ग्रहण मोक्ष के बाद नदी तालाबों सरोवर में स्नान पश्चात पूजा अर्चना अन्नदान एवं द्रव्य भूमि दान करने से सभी पापों से मुक्ति व मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं ।