उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ के नाम पर 30 करोड़ खर्च परन्तु स्कूली बच्चो के लिए नहीं है शिक्षक की व्यवस्था – तीव कुमार सोनी एवं ईतेश सोनी

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उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ के नाम पर 30 करोड़ खर्च परन्तु स्कूली बच्चो के लिए नहीं है शिक्षक की व्यवस्था – तीव कुमार सोनी एवं ईतेश सोनी

मैनपुर | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है फिर भी वन विभाग बाघ होने की झूठी जानकारी दे कर बाघ के नाम पर 30 करोड़ खर्च कर चुका है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में जहा एक तरफ बाघ के नाम पर 30 करोड़ खर्च किया गया है वही दूसरी तरफ उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में निवास करने वाले लोग सडक के लिए तरस रहे है, पानी के लिए तरस रहे है, बिजली के लिए तरस रहे है, आवास के लिए तरस रहे है, चिकित्सा सुविधा के लिए तरस रहे है, पुल पुलिया के लिए तरस रहे है, रोजगार के लिए तरस रहे है, शिक्षा सुविधा के लिए तरस रहे है, स्कूली बच्चे स्कुल में शिक्षको के लिए तरस रहे है | परन्तु उन्हें आज तक कोई भी सुविधा नहीं मिल पा रही है | विडम्बना देखिये की बाघ के नाम पर 30 करोड़ खर्च कर दिए गए है परन्तु उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के सरहद में बसे ग्राम कोनारी के स्कूली बच्चो को आज तक एक शिक्षक भी उपलब्ध नहीं कराया जा सका है |

ग्राम कोनारी  प्राथमिक शाला में एक शिक्षक के द्वारा पांच कक्षाओ का संचालन किया जा रहा है जिसके चलते यहा बच्चो का पढाई बुरी तरह प्रभावित हुई है | वहा के ग्रामीणों द्वारा कई सालो से शिक्षक की मांग स्थानीय अधिकारियों से करते आ रहे है पर आज तक उनकी मांगे नहीं सुनी गयी है | मांग कर कर के थकने के बाद विगत दिनों 6 किलोमीटर पैदल चल कर ग्रामीण व छात्र मैनपुर विकासखण्ड शिक्षा कार्यलय रैली निकालकर पहुचे और विकासखण्ड शिक्षा कार्यलय का घेराव कर दिया शिक्षा कार्यलय के मुख्य गेट के सामने बैठकर शिक्षक की मांग को लेकर ग्रामीण जमकर नारेबाजी किए तब कही जाकर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ने तत्काल एक शिक्षक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया तो ग्रामीणों व छात्रों ने अपना आंदोलन समाप्त कर वापस लौट गए |

ग्रामीणो ने बताया कि प्राथमिक शाला कोनारी में बच्चो की दर्ज संख्या 30 के आसपास है और एक मात्र शिक्षक 5 कक्षाओ को पढा रहे है यदि शासकीय कार्य से उन्हे मैनपुर आना पडे तो स्कूल में ताला लग जाता है और बच्चो की पढाई प्रभावित हो रही है गुस्साये पालको ने बीईओ के सामने उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए बताया कि एक सप्ताह के भीतर शिक्षक की व्यवस्था नही किया जाता है तो अब स्कूल मे तालाबंदी कर दी जावेगी।

स्थिति के बारे में वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा करने पर नाम नहीं छापने की बात कहते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने कहा की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बजट बाघ और वन भैसे के संरक्षण, संवर्धन, आवास के लिए आता है | उक्त बजट को वन व् वन्य प्राणियों के संरक्षण, संवर्धन, आवास पर खर्च किया जाता है | उक्त बजट को आम जनता पर खर्च करने का वन विभाग के पास कोई भी प्रावधान नहीं है | शिक्षको की व्यवस्था करने की पूरी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग और शासन प्रशासन की है | इसलिए उक्त परेशानी को शिक्षा विभाग और शासन प्रशासन को बताये |

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