उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में हुई हाथी की मौत और वन विभाग करोडो डकार कर उड़ा रहा मौज – शिवशंकर सोनपीपरे एवं तीव कुमार सोनी
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में हुई हाथी की मौत और वन विभाग करोडो डकार कर उड़ा रहा मौज – शिवशंकर सोनपीपरे एवं तीव कुमार सोनी
रायपुर | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में हाथी की शावक की मौत पहाडी गांव में हुई है उसके शव को वन अफसरो की उपस्थिति में पोस्टमार्डम कर विशाल गढढे खोदकर दफनाया गया है | वन्यजीव प्रेमियों के लिए हाथी की मौत दुखद समाचार है परन्तु वन विभाग को हाथी की मौत में भी तगड़ा बजट दिखाई दे रहा है | वन विभाग ने हाथी की मौत से बजट प्राप्त करने के लिए रिसर्च करने का ड्रामा शुरू कर दिया है | वन विभाग की बजट प्लानिंग के अनुसार कुछ माह बाद जंहा हाथी के शव को दफनाया गया है वंहा से उसके कंकाल को निकाला जाएगा और इस कंकाल का रिसर्च किया जाएगा यह अपने तरह से नया प्रयोग बताया जा रहा है | ज्ञात हो कि इसके पूर्व भी उदंती अभ्यारण्य में वन भैसा के मौत होने पर उसके शव को दफनाया गया है जिसका कंकाल निकालकर वनभैसो पर भी रिसर्च किए जाने की बात कही जा रही है । इससे स्पष्ट है की वन्य प्राणी ज़िंदा रहे तो भी वन विभाग की मौज और वन्य प्राणी की मौत हो जाए तो भी वन विभाग की मौज | वन विभाग के दोनों हाथो में घी के लड्डू |
अनुभवहीन डाक्टरों के कारण हो रही ही है वन्य प्राणियों की मौत
ज्ञात हो की ओडिसा प्रदेश से हाथियो का दल टाईगर रिजर्व के ओंड,आमामोरा ग्राम के जंगल मे पहुचे थे और लगभग 15 दिन पहले एक शावक को जो बीमार हो गया था उसे छोडकर चले गए थे तब इस बिछडे हाथी के शावक को वन विभाग के अनुभवहीन डाक्टरों केद्वारा ईलाज करवाया जा रहा था शावक के मुंह में घाव हो गया था जिसके चलते उन्हे खाने पीने में परेशानी हो रही थी | लेकिन लगभग एक सप्ताह पूर्व हाथियों के दल ने फिर पहुचकर अपने साथ शावक को लेकर चले गए थे | शावक के मुंह में घाव होने के चलते संक्रमण फैल जाने से उसकी मौत हूई है और शनिवार को तीन डाक्टरो के दल के द्वारा पोस्टमार्डम किया गया है साथ ही हाथी के शावक के शव को दफनाया गया है भविष्य मे उसके कंकाल को निकाला जाएगा और इससे रिसर्च किया जाएगा यह अपने तरह के एक नए प्रयोग बताया जा रहा है ज्ञात हो कि पूर्व में भी उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र में राजकीय पशु वन भैसा की मौत हो जाने पर उसके शव को जमीन मे दफनाया गया है । और इस प्रकार अनुभवहीन डाक्टरों के कारण वन्य प्राणियों की लगातार मौत हो रही ही है | जिसका जांच कराया जाना चाहिए |
बाघ और ब्लेक पैंथर के नाम पर करोडो का गोलमाल
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के अधिकारी सालो से शासन को ठग कर करोडो का बजट हासिल करते आ रहे है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ और ब्लेक पैंथर नहीं है फिर भी वन विभाग वाले शासन को उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ और ब्लेक पैंथर होने की झूठी जानकारी दे कर करोडो का गोलमाल करते आ रहे है |