किसानों को राहत का दावा: छत्तीसगढ़ में रबी फसल सिंचाई के लिए नहीं होगी पानी की परेशानी
रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की भूपेश बघेल
(Bhupesh Baghel) सरकार ने दावा किया है कि सत्र 2019-20 में रबी फसल
(Rabi Grain) की सिंचाई (Irrigation) के लिए पानी की परेशानी नहीं होगी.
इस साल किसानों को ज्यादा पानी उपलब्ध कराये जाने की स्थिति है. जल संसाधन
मंत्री रविन्द्र चौबे (Water Resources Minister Ravindra Chaubey) की
अध्यक्षता में राज्य स्तरीय जल उपयोगिता समिति की बैठक बीते 19 नवंबर को
मंत्रालय (महानदी भवन) के सभाकक्ष में हुई. बैठक में जल संसाधन सचिव
अविनाश चम्पावत द्वारा वर्ष 2019-20 में रबी सिंचाई हेतु विभाग द्वारा तय
किये गये लक्ष्य का विस्तृत विवरण दिया गया.
नवा रायपुर (Raipur)
स्थित मंत्रालय भवन में हुई बैठक में पानी की उपलब्धता को लेकर जानकारी दी
गई. इसमें बताया कि जिलेवार लक्ष्य के साथ ही वृहद परियोजनाओं से 96525
हेक्टेयर, मध्यम परियोजनाओं से 16908 हेक्टेयर तथा लघु परियोजनाओं से
21045 हेक्टेयर, इस प्रकार कुल 1,34,478 हेक्टेयर सिंचाई का लक्ष्य रखा
गया है. बीते साल की तुलना में इस साल ज्यादा समय तक वर्षा होने के कारण
जलाशयों में औसत 70 प्रतिशत पानी की उपलब्धता होने के कारण जल संसाधन
विभाग किसानों को लक्ष्य से भी अधिक जल उपलब्ध करा सकता है. बैठक में यह
भी बताया गया कि पिछले वर्ष 2018-19 में रबी सिंचाई के लिए निर्धारित
98745 हेक्टेयर लक्ष्य के विरूद्ध 54661 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की
गई थी.
की गई ये मांग
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdev) ने श्याम घुनघुट्टा जलाशय से अंबिकापुर क्षेत्र में पिछले 20 सालों की तुलना में इस साल भरपूर खरीफ सिंचाई उपलब्ध कराने के लिये विभाग को बधाई दी. नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने आरंग क्षेत्र को भी रबी सिंचाई प्रदान करने के लिए कहा. विधायक धरसींवा अनिता शर्मा द्वारा भाठापारा नहर से 1000-1500 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी सिंचाई की मांग की गई जिसे जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे द्वारा विभागीय अधिकारियों को पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया गया.