ट्रेन में पिता ने की अपने 11 साल के बेटे को जिंदा जलाने की कोशिश
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर
(Bilaspur) जिले में एक पिता (Father) ने अपने ही बच्चे (Son) की हत्या
(Murder) करने की कोशिश की है. बताया जा रहा है कि पिता ने स्टेशन यार्ड
में बच्चे को जिंदा जलाने का प्रयास किया. आरोपी पिता ने बच्चे के शर्ट में
पीछे सेआग लगा दी. आग लगने के बाद बच्चा जोर-जोर से चिल्लाने लगा. बच्चे
को जलता देख आस-पास मौजूद यात्रियों ने उसकी जान बचाई. फिलहाल आरोपी पिता
को आरपीएफ (RPF) के हवाले कर दिया गया है. फिलहाल सिम्स अस्पताल में बच्चे
का इलाज किया जा रहा है. वहीं जीआरपी (GRP) ने आरोपी पिता पर अपराध दर्ज कर
जेल (Jail) भेज दिया है.
स्टेशन यार्ड में बच्चे को जलाया
मिली जानकारी के मुताबिक लोकल ट्रेन
में सफर करने वाले एक शख्स ने उसलापुर स्टेशन यार्ड में ट्रेन के रुकते ही
अपने बच्चे को जिंदा जलाने की कोशिश की है. ट्रेन में पिता द्वारा बालक को
जलाता देख ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने बीच बचाव किया. फिर आरोपी पिता को
उसलापुर रेलवे स्टेशन पहुंचते ही आरपीएफ को हवाले कर दिया गया. जहां
आरपीएफ ने आरोपी पिता के खिलाफ अपराध दर्ज कर मासूम बालक को उपचार के लिए
सिम्स में भर्ती कराया है.
यात्रियों ने बचाई जान
दरअसल,
चुचुहियापारा घटना के बाद अधिकांश ट्रेनों को उसलापुर स्टेशन डायवर्ट किया
गया है. इस वजह से डोंगरगढ़ से गेवरारोड लोकल बिलासपुर जोनल रेलवे स्टेशन
के बजाए दाघापारा से उसलापुर रेलवे स्टेशन की ओर रवाना किया गया था. रात
तकरीबन 12 बजे लोकल ट्रेन उसलापुर रेलवे स्टेशन के यार्ड में पहुंची थी,
जहां प्लेटफॉर्म खाली नहीं होने पर ट्रेन को आउटर में खड़ा कर दिया गया था.
इस दौरान ट्रेन में सफर कर रहे उत्तर प्रदेश रायबरेली निवासी एक शख्स ने
मौका देख अपने 11 साल के मासूम बच्चे को जलाने का कोशिश की. आरोपी ने बच्चे
के शर्ट में आग लगाकर मारने का प्रयास किया. शर्ट में लगी आग बढ़ने से
बच्चे को तकलीफ हुई और उसने चिल्लाना शुरु कर दिया. कोच में मौजूद
यात्रियों ने बच्चे की चीख पुकार को सुनकर मौके पर पहुंच बीच बचाव करते हुए
आग को बुझाया और पिता को पकड़कर बच्चे से अलग किया. ट्रेन के उसलापुर
स्टेशन पहुंचने के बाद यात्रियों ने आरपीएफ को सूचना दी और पिता को आरपीएफ
के हवाले कर दिया. आरपीएफ ने आरोपी पिता को जीआरपी के हवाले दिया वहीं
जीआरपी ने आरोपी पर अपराध दर्ज कर जेल भेज दिया.