एक्सप्रेस-वे मामला: सीएम भूपेश बघेल तक पहुंची जांच रिपोर्ट, जल्द होगा फैसला
रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) के चर्चित एक्सप्रेस-वे निर्माण में अनियमितता के मामले में अब एक नया मोड आ गया है. बता दें कि रेलवे स्टेशन से शदाणी दरबार के बीच बने एक्सप्रेस-वे की जांच रिपोर्ट सीटीई (CTE- Chief Technical Examiner) और एनआईटी (NIT) के जांच प्रतिवेदन के साथ राज्य शासन को सौंप दी है. बताया जा रहा है कि सीईटी और एनआईटी दोनों ने ही एक्सप्रेस-वे (Express Way) के निर्माण में गंभीर तकनीकी खामियां पाई हैं. सूत्रों के मुताबिक जांच रिपोर्ट में मिट्टी के कॉम्पेक्शन के कारण सड़क के धसकने और रिटेनिंग वॉल के झुकने की बात कही गई है. साथ ही रिपोर्ट में सुधार की भी अनुशंसा की गई है. बताया जा रहा है कि ये पूरी रिपोर्ट सामान्य प्रशासन विभाग (General Adminstration Department) को भी सौंप दी गई है. माना जा रहा है कि रिपोर्ट मिलने के बाद अब जल्द राज्य शासन एक्सप्रेस-वे पर फैसला ले सकती है.
लैब टेस्ट में फेल हुए थे सैंपल
मालूम हो कि हालही में एक्सप्रेस-वे के बनाने में हुई लापरवाही की जांच रिपोर्ट तैयार की गई थी. एनआईटी (NIT) लैब की जांच में यहां से लिए गए 51 सड़क सैंपल पूरी तरह से फेल हो गए थे. वहीं मुख्य तकनीकी परीक्षक ने भी जांच में लापरवाही पाई थी. रिपोर्ट के बाद ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही राज्य शासन को जांच रिपोर्ट सौंपी दी जाएगी. जांच में ये भी बताया गया था कि एक्सप्रेस-वे पर स्टेशन से तेलीबांधा के बीच बनी सभी पांच सड़कें उखाड़कर फिर से बनानी होंगी.
PWD मंत्री को नहीं मिली रिपोर्ट
वहीं इस मामले में सूबे के पीडबल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू का कहना है कि फिलहाल उन्हें जांच रिपोर्ट उन्हें नहीं मिला है. मंत्री ताम्रध्वज साहू ने साफ कहा था कि जो रिपोर्ट आएगी उस पर तुरंत कार्रवाई होगी. जांच रिपोर्ट में जो बिंदू तय होंगे उसके अनुसार ही कार्रवाई तय होगी.