गरीबों का विकास रोकने वाले NGo’S के खिलाफ चलाया जाए जन आंदोलन- पीयूष गोयल

0
Spread the love

पणजी. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा है कि विकास परियोजनाओं का विरोध करने वाले गैर-सरकारी संगठनों के खिलाफ एक जन आंदोलन की जरूरत है. गोयल ने गैर-सरकारी संगठनों (NGO) को गरीबों के लिए ‘न्याय की बाधा का सबसे खराब रूप’ करार दिया. मंत्री पणजी के पास आयोजित निवेश शिखर सम्मेलन ‘वाइब्रेंट गोवा (Vibrant Goa)’ में बोल रहे थे. व्यापार और वाणिज्य मंत्री गोयल ने मोपा में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण में देरी पर टिप्पणी की.

रेल मंत्री ने कहा कि ‘ हवाई अड्डे पर कुछ मुकदमे चल रहे हैं और यह अदालत में चला गया है. मैं सार्वजनिक मंच पर उन एनजीओ और उन कुछ लोगों से अपील करने में बिल्कुल नहीं हिचक रहा जो विकास के रास्ते में आ रहे हैं.’ गोयल ने कहा ‘जो गोवा के विकास में मदद नहीं कर रहे हैं, जो मुकदमेबाजी के जरिए गोवा के लोगों की मदद करने में मदद नहीं कर रहे हैं.’

डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने पहली औद्योगिक नीति का निर्माण किया
इस दौरान गोयल ने कहा कि  ‘ डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने ही 1948 में भारत की पहली औद्योगिक नीति का निर्माण किया था और उससे ही (देश में) मेक इन इंडिया अभियान के बीज पड़े.’ उन्होंने कहा कि मुखर्जी ने उस समय भी भारत के औद्योगीकरण में विदेशी पूंजी के महत्व को समझाया था. उन्होंने ‘विदेशी निवेश और घरेलू निवेश के बीच गठबंधन तथा भागीदारी’ की बात की थी. उनका कहना था कि ऐसी भागीदारी की लगाम भारतीय हाथों में होनी चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘समय के साथ व्यावसायिक प्रतिमानों का काफी विकास हो चुका है. आज हम ऐसी जगह पहुंच गए हैं जहां कारोबार के कई क्षेत्र को विदेशी कंपनियों के लिए करीब करीब पूरी तरह से खोल दिया गया है.’

कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि गोवा एक मजबूत प्रदेश के रूप में विकसित हो. गोयल ने निवेशकों से कहा कि गोवा निवेश के लिए एक आदर्श जगह है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed