महात्मा गांधी नाम नहीं, एक विचारधारा भी – उमेश पटेल
धमतरी। गांधी विचार पदयात्रा के दूसरे दिन ग्राम छाती से डांडेसरा होते हुए कुरूद पहुंची। जनप्रतिनिधियों का जत्था जैसे-जैसे आगे बढ़ता गया वैसे-वैसे ग्रामीणों का कारवां जुड़ता गया। ग्राम डांडेसरा में पदयात्रा का स्वागत सैकड़ों ग्रामीणों ने किया। यहां पर आयोजित सभा में प्रदेश के उच्च शिक्षा, कौशल विभाग, तकनीकी शिक्षा एवं खेल व युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल ने अपनें उदबोधन में कहा कि गांधी के व्यक्तित्व और कृतित्व को शब्दों की सीमा में बांधना उचित नही होगा। महात्मा गांधी एक नाम नही अपितु विचारधारा है। उन्होंने आगे कहा कि प्रतिकूल परिस्थितियों देश को ढाई सौ साल की फिरंगी दासता से मुक्त कराया। गांधी दर्शन एक वैचारिक मीमांसा है, जिसकी राह पर चलकर समाज और मानव जीवन को शिखर पर पहुंचाया जा सकता है। कैबिनेट मंत्री श्री पटेल ने आगे कहा कि गांधी के सदविचारों को आत्मसात करना ही सही मायनें में लोकतंत्र है। इसके पहलें कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम ने कंडेल नहर सत्याग्रह का जिक्र करते हुए बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव, पं. सुंदरलाल शर्मा, यशवंतराव मेघावाले, पं. रविशंकर शुक्ल सहित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का स्मरण किया। इस अवसर पर सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव, खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी साहू, महासमुंद विधायक विनोद चन्द्राकर, सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने भी ग्रामीणों को संबोधित करते हुए गांधी जी के पदचिन्हों पर चलनें का आह्वान किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष मोहन लालवानी, पूर्व विधायक लेखराम साहू, जिला पंचायत सदस्य नीशू चन्द्राकर, रामगोपाल अग्रवाल, घमेश्वरी साहू सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, अतिथिगण उपस्थित थे। इसके पहलें सुबह 9.30 बजे ग्राम छाती के मल्टी यूटिलिटी सेंटर से पदयात्रा प्रारंभ हुई। जिसमें काफी संख्या में ग्रामीणजन शामिल हुए। सभा के उपरांत डांडेसरा से पुन: पदयात्रा कुरूद के लिए रवाना हुई।