बारिश ने मचाया तांडव, कई मकान हुए जमीदोज
सामुदायिक भवन में दिया गया आश्रय
कोरबा। लगातार हुई भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। खदानों में जहां अतिवृष्टि के कारण उत्पादन घट गया है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र के कच्चे मकान धराशायी हो गए। कटघोरा क्षेत्र के महेशपुर में भी भारी बारिश ने जमकर तांडव मचाया है। भारी बारिश के कारण कच्चे मकान टूट गए। प्रभावित लोगों को गांव के सामुदायिक भवन में आश्रय प्रदान किया गया है। महेशपुर में लगातार हुई बारिश के कारण अनुसुईया बाई नामक महिला का मकान धराशायी हो गया। इसी तरह अन्य ग्रामीण भी बेघर हो गए हैं। प्रभावित लोग आशियाने की तलाश कर रहे हैं या फिर टूटे आशियाने को नए सिरे से बनाने में जुटे हुए हैं। इस विपत्ति की घड़ी में शासन-प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा उनके पास नहीं पहुंचा है। वार्ड पार्षद ने तात्कालिक सुविधा मुहैया कराते हुए वार्ड में बने सामुदायिक भवन में प्रभावित परिवारों को शिफ्ट कर दिया है। क्षेत्र में 50 से 60 परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते हैं लेकिन अभी तक आवास योजना का लाभ केवल 2-4 परिवार को ही मिल पाया है। नतीजा यह है कि आज भी पुराने जर्जर मकानों में लोग रहने को मजबूर है। अब देखने वाली बात होगी कि कब तक प्रभावित परिवारों के पास शासन-प्रशासन की सहायता पहुंच पाती है।
दो दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश
जिले में पिछले तीन दिन हुई लगातार बारिश से उत्पन्न स्थिति की कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में विभागवार गहन समीक्षा की। सभी विभागों के अधिकारियों को बारिश से हुई क्षति पर राहत और मरम्मत आदि के प्रस्ताव अगले दो दिनों में अनिवार्यत: प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अतिवृष्टि से जिले में जनजीवन के प्रभावित होने पर संवेदनशीलता दिखाते हुए अधिकारियों को तत्काल क्षतिपूर्ति और राहत संबंधी सभी प्रकार के आंकलन करने, राजस्व अधिकारी और पटवारियों को फसल क्षति और लोगों के अन्य नुकसान का आंकलन कर जल्द से जल्द प्रकरण कलेक्टर कार्यालय को भेजने के निर्देश दिए ताकि एक सप्ताह के भीतर सभी प्रभावितों को राहत सहायता उपलब्ध कराई जा सके।