औरंगाबाद जिले में डेंगू का कहर, एक महीने में 34 पॉजिटिव
औरंगाबाद
जिले में डेंगू लगातार अपना पैर पसार रहा है। करीब एक महीने में डेंगू के 34 मरीज मिले हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है। डेंगू के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। डेंगू से निपटने के लिए सदर अस्पताल में व्यवस्थाएं बढ़ा दी गई हैं। नए मरीजों के सामने आने के बाद उन्हें सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ध्यान दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले में एक अगस्त से अब तक डेंगू के 34 मरीज मिले हैं। इससे स्थिति चिंताजनक हो गयी है। वैसे यह हालात राज्य के अन्य जिलों की भी है। इसे देखते हुए वरीय स्तर से भी निर्देश दिया गया है और नजर रखी जा रही है। सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर रवि भूषण श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉक्टर किशोर कुमार समेत अन्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सतर्क हो गए है और डेंगू के नए मरीजों पर नजर रख रहे है।
औरंगाबाद में बढ़े डेंगू के मरीज
डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा को देखते हुए सदर अस्पताल में 10 बेड का स्पेशल वार्ड बनाया गया है। वहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पांच- पांच बेडों का वार्ड तैयार किया गया है। इसे डेंगू वार्ड बनाया गया है। जैसे ही जांच के बाद डेंगू होने का लक्षण सामने आयेगा। वैसे ही मरीजों को इसी स्पेशल वार्ड में रखा जायेगा। सिविल सर्जन, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक हेमंत एपिकेमियोलॉजिस्ट उपेंद्र चौबे ने इसको लेकर सदर अस्पताल के डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया गया। संबंधित कर्मचारियों को उचित दिशा निर्देश दिया गया है। सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में स्थिति पूरे नियंत्रण में है और इस पर समुचित नजर रखी जा रही है। जिले में डेंगू की जांच भी तेज की जा रही है। एसीएमओ ने बताया कि जैसे ही जांच के बाद डेंगू के मरीज चिह्नित होंगे, तो उस मरीज के रिहायशी क्षेत्र में पांच सौ मीटर के दायरे में फॉगिंग और छिड़काव कराया जायेगा। विभिन्न माध्यमों से लोगों को जागरूक भी किया जायेगा। सिविल सर्जन ने बताया कि जांच की पर्याप्त व्यवस्था है। एलाइजा से भी जांच की व्यवस्था की गयी है।