सर्वमंगला मंदिर में नवरात्र पर जलेंगे आस्था के दीप
कोरबा । जीवनदायनी मां हसदेव नदी तट पर स्थित मां सर्वमंगला देवी मंदिर में इस वर्ष भी शारदीय नवरात्रि 29 सितंबर से प्रारंभ होगा। शारदीय/अश्विन नवरात्रि पर्व शुक्ल पक्ष नवमी से 7 अक्टूबर तक सर्वमंगला देवी मंदिर में सर्वमनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित होंगे।
प्रबंधक एवं व्यवस्थापक नन्हा पाण्डेय (नमन) ने बताया कि सर्वकामना ज्योति कलश के अलावा सतचंडी यज्ञ, यज्ञोपवित संस्कार एवं जसगीत गायन, भजन-कीर्तन का आयोजन रखा गया है। समस्त धर्मानुरागियों से प्रार्थना है कि मातेश्वरी मां श्री सर्वमंगला देवी के दर्शन लाभ चरणों में मनोकामना अर्पित कर अपना जीवन सफल बनावें। उक्त पुण्य कार्यों में तन-मन-धन से सहयाग देकर पुण्य यज्ञ को सफल बनावें। श्री सर्वमंगला देवी मंदिर में सर्वमनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित हेतु तैल्य ज्योति कलश 501 रुपए एवं घृत ज्योति कलश के लिए 1501 रुपए जमा कर मंदिर परिसर स्थित कार्यालय से रसीद प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा अन्य व्यक्तियों एवं संस्थानों से संपर्क कर सकते है। सर्वमनोकामना ज्योति कलश का हवन 7 अक्टूबर सोमवार को शाम 4 बजे होगा। मां सर्वमंगला देवी की आरती प्रात: एवं संध्या 7 बजे होगी। श्री सर्वमंगला देवी परिसर में नवरात्रि पर्व पर सुबह-शाम को भंडारे का आयोजन रखा गया है। प्रतिदिन भजन-कीर्तन एवं माता जसगीत अखण्ड रूप से चलता रहेगा। मां का भोग प्रसाद दोपहर 12 बजे होगा। मां सर्वमंगला देवी का मंगल श्रृंगार प्रतिदिन रात्रि 12 बजे होगा।
कनकेश्वरी महामाया दरबार में हो रही तैयारी
29 सितंबर से प्रारंभ होने वाले नवरात्र पर्व की तैयारी कनकेश्वर महादेव के धाम ग्राम कनकी में स्थित कनकेश्वरी महामाया के दरबार में भी जोर-शोर से चल रही है। मंदिर के प्रधान पुजारी पुरूषोत्तम प्रसाद की देखरेख में मंदिर की सफाई एवं रंग-रोगन का कार्य अंतिम चरण पर है। प्रधान पुजारी ने बताया कि मंदिर में प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं द्वारा सर्वमनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित कराए जाते हैं। इसके लिए इस वर्ष तैल्य ज्योति हेतु 551 रुपए, घृत ज्योति 1151 एवं ज्वारा ज्योति के लिए 1051 रुपए की रसीद श्रद्धालुओं को पटानी होगी। यहां प्रत्येक क्वांर एवं चैत्र नवरात्रि में श्रद्धालु अखण्ड दीप प्रज्वलित कराते हैं। गांव एवं आसपास तथा कोरबा व अन्य जिला एवं राज्यों के श्रद्धालुओं की आस्था का यह केन्द्र है। मध्यप्रदेश, उड़ीसा, उत्तरांचल के भक्त भी मां के दरबार में ज्योत जलवाते हैं। नवरात्रि के अवसर पर कन्या भोज, भंडारा आदि कार्यक्रमों के साथ-साथ 9 दिनों तक जसगीत गायन की गूंज मंदिर में रहती है।