बख्शी आयोग की रिपोर्ट पर तत्काल कार्रवाई की जरूरत : मिश्रा

0
Spread the love

बालको चिमनी हादसा की 10वीं बरसी पर मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि
कोरबा। 23 सितंबर 2009 को बालको संयंत्र में बन रही चिमनी भरभरा कर गिर गई थी। जिसमें 41 मजदूरों की दबकर मौत हो गई थी। चिमनी हादसा में मृत श्रमिकों को 10वीं बरसी पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। भारतीय खनिज धातु मजदूर महासंघ द्वारा श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस अवसर पर महासंघ के महामंत्री राजेश मिश्र ने कहा कि मृत सभी श्रमवीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। छत्तीसगढ़ शासन से अनुरोध है कि जांच के लिए गठित बख्शी आयोग की रिपोर्ट पर अतिशीघ्र समुचित कार्रवाई करें। छत्तीसगढ़ के उद्योगों में सुरक्षा के प्रति बरती जा रह लापरवाहीपर कठोर कदम उठाए। 23 सितंबर 2009 को बालको 275 मीटर निर्माणाधीन चिमनी धराशायी हो गई थी। सैंकड़ों मजदूर चिमनी की चपेट में आए थे। जिसमें 41 मजदूरों के मृत्यु की पुष्टि की गई थी। शेष घायल अवस्था में चिकित्सा उपरांत ठीक हो गए थे। इस हादसे की न्यायिक जांच कराने के लिए तात्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जांच कमेटी गठित की थी, जिसकी रिपोर्ट तीन वर्षों बाद आई। रिपोर्ट में बालको प्रबंधन ठेका कंपनी जीडीसीएल एवं सेप्को को दोषी पाया गया। किंतु अभी तक दण्डात्मक कार्रवाई नहीं की गई है। जिला सत्र न्यायालय कोरबा में अपराधिक मामला विचाराधीन है। 10 साल गुजरने के बाद भी दोषियों को सजा नहीं मिली। इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed