मुख्यमंत्री ने प्रोफेसर डॉ. प्रभुदत्त खेड़ा के निधन पर दुःख प्रकट किया
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अचानकमार के जंगलों में बैगा आदिवासी बच्चों की शिक्षा के लिए लंबे समय से कार्य कर रहे प्रोफेसर डॉ. प्रभुदत्त खेड़ा के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट संदेश में कहा है कि अचानकमार के घने जंगलों के बीच 30 साल तक कुटिया बनाकर बैगा आदिवासियों के बीच शिक्षा का उजियारा फैलाने वाले, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ. प्रभुदत्त खेड़ा के निधन की खबर सुनकर मन दुखी है। डॉ. खेड़ा त्याग, संकल्प और निःस्वार्थ सेवा की प्रतिमूर्ति थे। श्री बघेल ने स्वर्गीय प्रोफेसर खेड़ा के शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।