बेंगलुरु हवाई अड्डे के टर्मिनल-दो से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन 31 अगस्त से

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बेंगलुरु
केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे बेंगलुरु (बीएलआर एयरपोर्ट के टर्मिनल-दो से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन आज 31 अगस्त से शुरू होने जा रहा है।

बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लि. (बायल) ने बयान में कहा कि सिंगापुर से बेंगलुरु के बीच सिंगापुर एयरलाइंस की उड़ान संख्या एसक्यू508/एसक्यू509 के यात्री सबसे पहले नए टर्मिनल के अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र का अनुभव कर पाएंगे।

इसके साथ ही टर्मिनल-दो से पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरने वाला भारतीय विमान इंडिगो का होगा जो कोलंबो के लिए रवाना होगा।

अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का आगमन और प्रस्थान आज 31 अगस्त सुबह 10 बजकर 45 मिनट से टर्मिनल-एक के बजाय टर्मिनल-दो से शुरू हो जाएगा। इस टर्मिनल से 27 एयरलाइंस (25 अंतरराष्ट्रीय और दो भारतीय) की 30 से 35 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रोजाना प्रस्थान करेंगी।

बायल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हरि मरार ने कहा, ”टर्मिनल-दो से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन शुरू करने के साथ ही बेंगलुरु हवाई अड्डा एक और उपलब्धि हासिल कर लेगा। अंतरराष्ट्रीय विमानों का परिचालन केवल टर्मिनल-दो से ही किया जाएगा, जबकि घरेलू उड़ानों का परिचालन टर्मिनल-एक और दो के बीच विभाजित हो जाएगा।”

बयान में कहा कि टर्मिनल-दो पर पहुंचने वाले यात्रियों को स्थानान्तरण, सुव्यवस्थित आव्रजन और सीमा शुल्क प्रक्रियाओं की सुविधा मिलेगी।

 

टाटा स्टील के सीईओ नरेंद्रन आईआईटी-खड़गपुर के संचालन मंडल के चेयरपर्सन नियुक्त

कोलकाता
टाटा स्टील लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-खड़गपुर (आईआईटी-खड़गपुर) के संचालन मंडल का नया चेयरपर्सन नियुक्त किया गया है।

आईआईटी-खड़गपुर के निदेशक वी के तिवारी ने कहा कि तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्र के दिग्गज नरेंद्रन समाज की जरूरतों को समझते हैं और वह जानते हैं कि एक तकनीकी संस्थान के साथ उद्योग-अकादमिक एकीकरण का व्यावहारिक प्रभाव क्या होगा।”

उन्होंने कहा, ”हम आईआईटी-खड़गपुर के संचालन मंडल में नए चेयरपर्सन टी वी नरेंद्रन का स्वागत करते हैं।” उन्होंने कहा, ”हमें इस संस्थान को भविष्य की आकांक्षाओं के लिए नया आकार देने में उनके सक्षम मार्गदर्शन, रचनात्मक विचारों और प्रोत्साहन से मदद मिलेगी।”

बयान में कहा गया है कि नरेंद्रन के पास खनन और धातु उद्योग का 34 साल से अधिक का अनुभव है। वह एनआईटी-त्रिची से मैकेनिकल इंजीनियर और भारतीय प्रबंध संस्थान-कलकत्ता (आईआईएम-कलकत्ता) से एमबीए हैं।

 

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