भाजपा 30 हजार से ज्यादा एससी वोटर्स वाली सीटों पर करेगी मोर्चा सम्मेलन
भोपाल.
प्रदेश की अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित विधानसभा सीटों के साथ ही प्रदेश भर में इस वर्ग के लोगों को साधने के लिए भाजपा ने आज अपनी रणनीति बनाई। प्रदेश में 35 में से 14 सीटों पर कांग्रेस काबिज हैं, जबकि बाकी की सीटों पर भाजपा का कब्जा है। इन सीटों की संख्या बढ़ाने को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और अनूसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष कैलाश जाटव ने विचार विमर्श किया।
बैठक में तय किया गया है कि विधानसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए अनुसूचित जाति मोर्च की भूमिका खासी अहम हैं। इसलिए जिन-जिन सीटों पर तीस हजार से ज्यादा इस वर्ग के लोग वोटर्स हैं, वहां पर मोर्चा सम्मेलन करवाएगा। अनुसूचित जाति मोर्चे द्वारा सदस्यता अभियान में अपनी भूमिका भी और तेज करना होगी। संभागीय युवा संवाद जैसे कार्यक्रम भी आयोजित करने को लेकर इस बैठक में चर्चा की गई। इस वर्ग की महिलाओं के साथ मुख्यमंत्री से उनके निवास पर चर्चा करवाने के लिए कार्यक्रम तय किए जाने को लेकर भी विचार किया गया। छात्रावास टोली से चर्चा को लेकर भी इस बैठक में नेताओं ने विचार किया।
ये हैं अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित 35 विधानसभा सीटें
अम्बाह, गोहद, डबरा, भांडेर, करैरा, गुना, अशोकनगर, बीना, नरयावली, जतारा, चंदला, हटा, गुन्नौर, रैगांव, मनगंवा, चितरंगी, देवसर, जबलपुर पूर्व, गोटेगांव, परासिया, आमला, पिपरिया, सांची, कुरवाई, बैरसिया, आष्टा, सारंगपुर, आगर, सोनकच्छ, खंडवा, महेश्वर, सांवेर, तराना, घटिया, आलोट और मल्हारगढ़ विधानसभा सीटें अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित हैं।
भाजपा इन सीटों पर नहीं काबिज
अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित कुल सीटों पर भाजपा के मुकाबले में कांग्रेस के पास कम सीटें हैं। कांग्रेस के पास जो सीटें हैं उनमें गोहद, डबरा, करैरा, गुन्नौर, रैगांव, जबलपुर पूर्व, गोटेगांव, परासिया, आगर, सोनकच्छ, महेश्वर, तराना, घटिया और आलोट पर कांग्रेस का कब्जा है।