*मैं कुबेर पुत्र होता तो भाजपा में मेरी अहमियत कुछ और होती ? बार-बार उपेक्षा के शिकार मुरलीधर सिन्हा ने अपनी व्यथा कही*

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*मैं कुबेर पुत्र होता तो भाजपा में मेरी अहमियत कुछ और होती ? बार-बार उपेक्षा के शिकार मुरलीधर सिन्हा ने अपनी व्यथा कही*

 

 

 

*रिपोर्ट:- नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता गरियाबंद*

 

 

 

*गरियाबंद-* छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक दलों में सक्रियता बढ़ गई है कहीं प्रत्याशियों की सूची जारी करना प्रारम्भ कर दी है तो कुछ दलें आवेदन ले रहे हैं । भाजपा ने छत्तीसगढ़ राज्य में 21 प्रत्याशी घोषित कर दिया है जिसमें राजिम विधानसभा क्षेत्र से भी घोषित किए जाने पर प्रतिक्रियाओं दौर की शुरूवात हुई है किन्तु गरियाबंद जिला मुख्यालय से भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिला महामंत्री मुरलीधर सिन्हा की प्रतिक्रिया भाजपा पर अपने गरीबी पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं कुबेर पुत्र होता तो भाजपा में मेरी अहमियत कुछ और होती ?

भाजपा नेता मुरलीधर सिन्हा ने कहा कि मैं एक मीसाबंदी जनसंघी पुत्र हूँ, मेरे पिता ने अपने जीवनकाल तक जनसंघ और भाजपा की सेवा निस्वार्थ भाव से ईमानदारी के साथ कर्तब्यनिष्ठता से किया था, 1960 में प्रधानपाठक की शासकीय नौकरी को त्यागकर जनसंघ से जुड़ गए तब गरियाबंद क्षेत्र में शुक्ल परिवार (पंडित श्यामाचरण शुक्ल एवं विद्याचरण शुक्ल) का बोल-बाला था कोई आवाज नहीं उठा सकते थे तब जनसंघ के दीपक जलाया करते थे और अपने गरीबी में भी अपने पुत्र मुरलीधर सिन्हा को पढ़ाया लिखाया और काबिल बनाया । सन 1975 की आपातकाल में मीसाबंदी कानून में निरूद्ध किये जाने के बाद विचलित नहीं हुए और अपने पार्टी में दमखम से डटे रहे । श्री सिन्हा ने बताया कि वो बाल्यकाल 12 साल की उम्र से पार्टी के कार्य करते आ रहें हैं, 15 साल की उम्र में बूथ एजेंट से शुरूआत किये तो कभी रूके नहीं है आज 44 साल निरन्तर अपने संगठन में सेवा दे रहे हैं, किन्तु कभी अपने और पूर्वजों के निष्ठा पर उँगली नहीं उठने दिया । उन्होंने भाजपा पर यह आरोप लगाया है कि भाजपा कैडरबेस और कार्यकर्ताओं की पार्टी है तो लगातार पार्टी में तन्मयता से कार्य करने वालों को सत्ता और संगठन में स्थान क्यों नहीं मिलता है ? वहीं अवसरवादियों और धनकुबेर लोगों को अवसर ही अवसर मिलता है । भाजपा नेता श्री सिन्हा ने बार-बार उपेक्षा किये जाने पर कहते हैं कि यदि वो कुबेर पुत्र होते तो भाजपा में मेरी अहमियत कुछ और होती ? मैं लम्बे समय से भाजपा में कार्य करते आ रहा हूँ तो मुझे भी राजिम विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया जाना चाहिये था किन्तु रोहित साहू को एक वर्ष हुआ नहीं है भाजपा में आये उन्हें टिकट दिया गया, यह वर्षों से भाजपा में निष्ठा से कार्य करने वाले का घोर अपमान है ।

 

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