सरकारी गाड़ी में मिली दवाइयों का ज़ख़ीरा नदी में बहा देने की थी प्लानिंग…..
गाड़ी नंबर cg 02 2123
खुरमूढा नदी के पास शाम 5 बजे से संदिग्ध अवस्था मे खड़ी थी जब सर्वोच्च छत्तीसगढ़ की टीम को संदेह हुआ की 5 बोर में भरकर कुछ संदेहास्पद खड़ी है
और हम कुछ कह पाते कि गाड़ी फर्राटे दार गाड़िया आगे बढ़ाई तो
तो समझ मे आ गया कि मामला पूरी तरह संदिग्ध है और गाड़ी का पीछा किया गया तो अमलेश्वर नदी की तरफ गाड़ी ले गए और वहाँ से रायपुरा की तरफ ले गए सर्वोच्च छत्तीसगढ़ के तेज तर्रार पत्रकार ने गाड़ी को सार्वजनिक स्थान पर रुकवाई तो सारा जन सैलाब उमड़ पड़ा और उसमें बैठे ड्राइवर ने बताया कि मलेरिया अधिकारी रॉय ने 5 बोरा मेडिसिन को नदी में बहा देने के लिए बड़े साहब बोले है।
उससे पहले हमने dd नगर थाने में फोन लगाकर सूचना दे दी गयी थी और dd नगर थाने की गाड़ी मौके पर पहुच गयी और मौके पे मेडिसिन वाली गाड़ी को थाने ले आयी वहाँ पर पता चला कि chmo सोनवानी साहब बोले है।
की 5 बोरा मेडिसिन नदी में बहना है। अब बताए साहब जी को की कोई भी मेडिसिन को या ओ एक्सपाइरी हो जमीन में खोदकर उसे नीचे दफनाया जाता है।
की की जीव – जंतु पर साईड इफेक्ट न हो मेडिसन एक्सपाइरी नही है तो उसे पानी , नदी में बहाने का क्या औचित्य है।
ये बात तो साहब ही जाने फिलहाल नदी में बहाने से हमने रोक लिया यह कि नदी में जीव जंतु पानी का सेवन करते है ग्रामीण जल का उपयोग करते है। और खारुन नदी से जल फिल्टर होकर पूरे शहर वासियों को जाती है। जो पानी मे घुलकर एक जहर का काम करती
फिलहाल वो सरकारी गाड़ी और सरकारी कर्मचारी 5 बोरा मेडिसिन के साथ दी डीडी नगर थाने में है और पूछताछ चल रही है बताते है कि बड़े अधकारी मोबाइल बंद करके बैठे है।
वही सोनवानी जी का कहना है कि मैंने किसी कोई भी कर्मचारी को मेडिसिन नदी में बहा देने की अनुमति नही दी है।
वही डीडी नगर थाने प्रभारी अरुण नेताम ने बताया कि गाड़ी का कोई कागजात नही है ।
कारवाही चल रही है।