वन परिक्षेत्र कुल्हाड़ीघाट के तालाब निर्माण कार्य में 40 लाख का भ्रष्ट्राचार, रेंजर को हटाने मुख्यमंत्री से की गयी है शिकायत – (जिला ब्यूरो तीव कुमार सोनी)
वन परिक्षेत्र कुल्हाड़ीघाट के तालाब निर्माण कार्य में 40 लाख का
भ्रष्ट्राचार, रेंजर को हटाने मुख्यमंत्री से की गयी है शिकायत – (जिला ब्यूरो तीव
कुमार सोनी)
गरियाबंद | उदंती सीतानदी
टाईगर रिजर्व के अंतर्गत आने वाले वन परिक्षेत्र कुल्हाड़ीघाट में 2017 से 2019 तक
के वित्तीय वर्ष में किये गए तालाब निर्माण
कार्य में लगभग 40 लाख रुपये का भ्रष्ट्राचार किया गया है | वन
परिक्षेत्र कुल्हाड़ीघाट में 60 लाख रुपए में तालाब
खुदवाए गए परन्तु इन तालाबो में वास्तव
में 20 लाख रुपये का ही खर्च आया है बाकी का 40 लाख अधिकारियों की जेबों में चला
गया है | वन विभाग कागजों पर इन तालाब को जंगली जानवरों के लिए उपयोगी बताता है | पेयजल संकट के कारण गांव की ओर जंगली जानवरों के पलायन और फिर
शिकार का हवाला देकर तालाब खुदवाए जाते हैं, लेकिन इनमें से
ज्यादातर तालाब जंगली जानवरों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहे हैं |
5 लाख के तालाब पर 15
लाख खर्च होना बताया जा रहा –
मनरेगा से स्टैंडर्ड एस्टीमेट में
एक तालाब लगभग 5 से 7 लाख की लागत में बनता है,
जबकि इतने बड़े तालाब निर्माण के लिए वन विभाग 12 से 15 लाख की स्वीकृति लेता है | जानकारों के मुताबिक यह तालाब 4 से
5
लाख में खुद जाता है, बाकी की राशि बंदरबाट
कर ली जाती है। यही वजह है कि पौधरोपण से ज्यादा निर्माण कार्यों में रुचि
लेता है विभाग |
कुल्हाड़ीघाट के सरपंच और ग्रामीणों ने किया है रेंजर के खिलाफ शिकायत –
कुल्हाड़ीघाट के सरपंच और ग्रामीणों ने वन परिक्षेत्र कुल्हाड़ीघाट रेंजर के खिलाफ शिकायत किया है की रेंजर के द्वारा तालाब निर्माण कार्य में भारी भ्रस्ट्राचार किया गया है | ताराझार, बेसराझर, देवाधारा मार्ग में तालाब निर्माण किया गया है जो की गुणवताहीन है छोटे छोटे डबरा को खोद के तालाब बनाया गया है जो की 5 लाख में बन जाता है जबकि रेंजर के द्वारा 15 – 15 लाख का बिल वाउचर बना कर लाखो रुपये का गबन किया गया है | इसलिए रेंजर को हटाने का मांग किया गया है |