छत्तीसगढ़ के चेरापूंजी मैनपुर में भयंकर बारिश से नरवा – घुरवा – बारी हुआ लबालब, पूरे क्षेत्र में चारो तरफ पानी ही पानी — जिला ब्यूरो तीव कुमार सोनी एवं रिपोर्टर इतेश सोनी
छत्तीसगढ़ के चेरापूंजी मैनपुर में भयंकर बारिश से नरवा – घुरवा – बारी हुआ लबालब, पूरे क्षेत्र में चारो तरफ पानी ही पानी — जिला ब्यूरो तीव कुमार सोनी एवं रिपोर्टर इतेश सोनी ।
मैनपुर । गरियाबंद जिले का मैनपुर घनघोर जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ है । जिस कारण पूरे मैनपुर क्षेत्र में भयंकर बारिश होती है , भारी बारिश होने के कारण मैनपुर को छत्तीसगढ़ का चेरापूंजी कहा जाता है । मैनपुर क्षेत्र में एक महीने से लगातार बारिश हो रही है । एक माह से मैनपुर क्षेत्र में सूरज नही निकला है केवल 2 दिन ही सूरज निकला था ।
पिछले सप्ताह से बारिश ने और विकराल रूप ले लिया है । बुधवार रात से हो रही लगातार बारिश के कारण मैनपुर क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नगर सहित पूरा क्षेत्र बारिश से तरबतर हो गया और क्षेत्र के नदी नाले उफान पर है गुरुवार सुबह कई गांवों का संपर्क तहसील मुख्यालय से कटा रहा और लोग परेशान होते रहे। राजापड़ाव-गौरगांव मार्ग पर बाघ नाला में भारी बाढ़ से लगभग एक दर्जन से ज्यादा गांव टापू में तब्दील हो गए और लोगों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया। सिंहार नदी में खाभांठा पैरी नदी में बाढ़ के चलते दर्जनों ग्रामों का आना-जाना गुरूवार को दोपहर तक बंद रहा। दोपहर के बाद पानी कम होने पर आवागमन प्रारंभ हुआ।
शोभा क्षेत्र के पहाड़ी इलाके में जोरदार बारिश हुई है । इसके कारण तहसील मुख्यालय से 14 किमी दूर राजापड़ाव गौरगांव मुख्य मार्ग पर शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे अचानक अड़गड़ी नदी में बाढ़ आने से लगभग 2 घंटे तक लोग जाम में फंसे रहे।
15 करोड़ खर्च कर हफ्तेभर पहले बनी 22 किमी रोड
सरकार ने करीब 15 करोड़ रुपए खर्च कर राजापड़ाव से गौरगांव तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 22 किमी सड़क एक सप्ताह पहले ही पूरी कराई है लेकिन अड़गड़ी, जरहीडीह, बाघ नाला अौर गरहा नाला पर पुल-पुलिया नहीं बनाने से करोड़ों से बनी सडक का बारिश में कोई औचित्य नजर नहीं आता है, क्योंकि बारिश में नदी-नालों में बाढ़ आने से इस क्षेत्र के करीब 50 गांवों का संपर्क टूट जाता है।
मैनपुर ब्लॉक के मूचबहाल पंचायत के आश्रित ग्राम बंदपारा में तालाब की मेड़ फूट गई। ग्रामीण तानसिंह मांझी, गणेश, रूखचन्द, तूमनाथ, नोकेश ने बताया कि 6 एकड़ में फैले तालाब में लबालब पानी भर गया। मेड़ के 4-5 कमजोर हिस्से से 3 बजे पानी का रिसाव हुआ, शाम 5 बजे तक तालाब की मेड़ का कटाव बढ़ गया। बहाव तेज होते ही बस्ती की ओर बहाव शुरू हो गया। रात 8 बजे तक 13 घरों में पानी घुस गया था, यहां के लोग दूसरे घरों में शरण लिए हैं। भय के चलते ग्रामीण रतजगा करेंगे।
मैनपुर से लगभग 16 किमी दूर मैनपुर राजाखरियार मार्ग पर कुल्हाड़ीघाट के पास करीब 30 साल पहले बने पुल के सामने का हिस्सा शुक्रवार रात तेज बारिश में आधा बह गया। शनिवार सुबह 10 बजे सरपंच बन सिंह सोरी तहसील मुख्यालय पहुंचकर अधिकारियों को जानकारी देकर तत्काल मरम्मत करवाने की मांग की। लोनिवि सेतु निगम के एसडीओ इंद्राज सिंह ने बताया कि रविवार सुबह से ही मरम्मत करवाई जाएगी। सरपंच ने बताया कि इंद्रावन देवदाहरा नदी में करीब 35 साल पहले लाखों की लागत से पुल बनाया गया था। शनिवार सुबह 9 बजे तक पुल के ऊपर से पानी बह रहा था। पानी के दबाव के चलते पुल के सामने का हिस्सा बह गया है। मुश्किल से चार पहिया वाहन निकल पा रहे हैं।