फरसरा के कमार परिवार के बच्चे को नहीं मिल रही है मैनपुर के हॉस्टल में जगह, एडमिशन के लिए 15 दिन से भटक रहा है बालक ।
फरसरा के कमार परिवार के बच्चे को नहीं मिल रही है मैनपुर के हॉस्टल में जगह, एडमिशन के लिए 15 दिन से भटक रहा है बालक ।
(गरियाबंद जिला ब्यूरो तीव कुमार सोनी एवं रिपोर्टर इटेश सोनी )
मैनपुर । आदिम जनजाति वर्ग के कमार परिवार के बालक को मैनपुर शासकीय विद्यालय में पढ़ाई करने के लिए छात्रावास में भर्ती नहीं करने का मामला प्रकाश में आया है। मैनपुर से लगभग 12 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत दबनई के ग्राम फरसरा में निवासरत आदिम जनजाति कमार परिवार के 14 वर्षीय बालक अजय कुमार नेताम पिता स्व. रामसिंह नेताम मैनपुर के शासकीय विद्यालय में नवमीं की पढ़ाई करने के लिए छात्रावास में भर्ती होने 15 दिनों से चक्कर लगा रहा है। लेकिन जिम्मेदारों द्वारा छात्रावास में सीट फुल हो जाने का हवाला देते हुए भर्ती लेने से इनकार किया जा रहा है।
अजय कमार बालक पूर्व माध्यमिक शाला दबनई में आठवीं कक्षा उत्तीर्ण किया है। अजय नेताम के पिता कुछ वर्ष पहले गुजर गए। अकेली उसकी मां उसका पालन-पोषण कर रही है। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। अपनी 60 वर्षीय दादी के साथ छात्रावास में भर्ती होने के लिए बुधवार को मैनपुर पहुंचे कमार बालक अजय ने बताया कि उसके परिवार में उसकी मां और दादी के अलावा भरण पोषण करने के लिए कोई नहीं है।
वह पूरी लगन के साथ अपने आगे की पढ़ाई मैनपुर छात्रावास में रहकर करना चाहता है। लेकिन छात्रावास में भर्ती नहीं लिए जाने के कारण वह बेहद मायूस है। कमार बालक की दादी फुलमत बाई ने बताया कि उसका नाती शुरू से ही पढ़ाई में होशियार रहा है। आगे की पढ़ाई जारी रहे इसके लिए शासन-प्रशासन से छात्रावास में भर्ती कराने की मांग की है।
गरियाबंद आदिवासी विकास सहायक आयुक्त एलआर कुर्रे ने बताया कि अति पिछड़ी जनजातियों के बच्चों को प्राथमिकता के तौर पर छात्रावास में भर्ती लिया जाएगा आवेदन छात्रावास में जमा करा दें। जिला स्तरीय चयन समिति में चयन के बाद भर्ती हो पाएगा।