कुल्हाड़ीघाट से पलायन किये 31 कमार आदिवासी तेलंगाना के थाने में है सुरक्षित, पत्रकार हसन खान के द्वारा मुद्दा उछालने पर हरकत में आया प्रशासन – तीव कुमार सोनी
कुल्हाड़ीघाट से पलायन किये 31 कमार आदिवासी तेलंगाना के थाने में है सुरक्षित, पत्रकार हसन खान के द्वारा मुद्दा उछालने पर हरकत में आया प्रशासन – तीव कुमार सोनी
मैनपुर । गरियाबंद जिले का कुल्हाडीघाट गांव की पहचान दिल्ली तक है क्योंकि प्रधानमंत्री राजीव गांधी अपनी पत्नी सोनिया गांधी के साथ यहॉ आये थे और उन्होंने इस गांव को गोद भी लिया था उसके बाद कांग्रेस की राज्यसभा सांसद मोहसिना किदवई ने भी इस गांव को गोद लिया है । मगर इतना सब होने के बाद भी कुल्हाडीघाट की तस्वीर और यहॉ के लोगों की तकदीर नहीं बदली है । आज भी गांव में रोजगार का कोई साधन नहीं है, मनरेगा का काम भी लोगों को नहीं मिल पाया है ,लोगों को रोजी-रोटी की तालाश में पलायन करना पड़ रहा है ।
कुल्हाड़ीघाट से रोजगार की तलाश में 137 लोग पलायन कर चुके है, पूरा गांव खाली हो गया है , परंतु प्रशासन को कोई खबर नही है । पत्रकार हसन खान के द्वारा मुद्दा उछालने के बाद प्रशासन हरकत में आया है । और ग्रामीणों की खोजबीन कर तेलंगाना के एक थाने में 31 ग्रामीणों को सुरक्षित रखा गया है । ज्ञात हो कि एक मजदूर दलाल के द्वारा दंतेवाड़ा ले जाने की बात बोल कर ग्रामीणों को तेलंगाना ले जाया गया था । वहां उनको बंधक बना कर क्रूरतम व्यवहार किया जाता था ।