अनुमति लिए बगैर बन रहा कोसमबुड़ा में भवन ,ठेकेदार व निर्माण एजेंसी से खफा है ग्रामीण…
: छुरा (रक्सी)। गरियाबंद जिले के विकासखंड छुरा से करीब दो किलोंमीटर दूर ग्राम पंचायत कोसमबुड़ा में इन दिनों एकलव्य आदर्श विद्यालय भवन का निर्माण कार्य चल रहा है ।
जिसमे पंचायत के सारे नियमो को ताक में रख कर ठेकेदार एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा उक्त विद्यालय का निर्माण कार्य किया जा रहा है । ज्ञात हो कि छुरा क्षेत्र एक अनुशुचित क्षेत्र है एवं इस क्षेत्र में किसी भी ग्राम पंचायत में किसी भी प्रकार की कोई निर्माण कार्य करने से पहले पंचायत से अनुमति एवं प्रस्ताव लेने की आवश्यकता होती है।
परंतु ग्राम पंचायत कोसमबुड़ा में करीब सोलह करोड़ की लागत से बन रहे एकलव्य विद्यालय एवं आवसीय परिसर के लिए न तो सम्बन्धित विभाग द्वारा किसी प्रकार से कोई अनुमति ली गयी है और नही पंचायत प्रस्ताव आज पर्यन्त तक लिया गया है । एवं बिना पंचायत प्रस्ताव के ही कार्य चालू कर दिया गया है एवं आज पर्यन्त तक वहाँ पर लगभग पंद्रह से बीस फीसदी काम पूर्ण हो चुका है । इस सम्बंध में ग्राम पंचायत कोसमबुड़ा के सरपंच उमेंद्र सोरी का कहना है कि ठेकेदार द्वारा आज पर्यन्त तक पंचायत से किसी भी प्रकार की कोई अनुमति हमसे नही ली गयी है एवं सम्बन्धित विभाग एवं ठेकेदार मनमाने तरीके उक्त भवन का निर्माण कर रहे है एवं इसी के साथ उक्त निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए ठेकेदार द्वारा करीब तीस से चालीस परिवारों को बाहर से लाकर यहाँ पर उनसे काम लिया जा रहा एवं उक्त लोगो से सम्बंधित किसी भी प्रकार की कोई जानकारी आज तक ना तो थाने में जमा कराई है ।
और नाही पंचायत में जमा कराई है । ज्ञात हो कि जब भी कही पर किसी भी प्रकार का कोई कार्य चल रहा हो एवं उक्त कार्य मे ठेकेदार द्वारा बाहर से कारीगर लाकर उनसे काम लिया जा रहा हो तो नियमतः उसे अपने साथ लाये हुए सभी मजदूरों का सम्पूर्ण ब्यौरा अपने समीप के थाने एवं पंचायत में जमा करनी होती है परंतु यहाँ कार्य प्रारंभ होने के करीब छः माह बाद भी आज पर्यन्त तक ठेकेदार द्वारा बाहर से लाए गए मजदूरों का ब्यौरा आज पर्यन्त तक ना तो थाने में दिया गया है और नाही स्थानीय ग्राम पंचायत में दिया गया है ।
इसी के साथ ही ग्राम पंचायत सरपंच श्री सोरी ने बताया कि अथक प्रयासों से हमने एवं हमारे ग्राम की महिला समूह ने मिल कर सम्पूर्ण ग्राम पंचायत कोसमबुड़ा को ओ.डी.एफ. बनाया था परंतु ठेकेदार द्वारा मजदूरों के लिए शौचालय का निर्माण नही करवाया गया जिससे कि वे मजदूर खुले में शौच के लिए जाते है जिससे कि उनके ग्राम के पंचायत की छवि धूमिल होती है एवं इसी के साथ ग्राम के ओ.डी. एफ. होने का भी कोई औचित्य नही निकलता है । इन सभी के अलावा उक्त ठेकेदार द्वारा मनरेगा के अंतर्गत निर्मित डबरी के पानी का उपयोग अपने भवन निर्माण के लिए किया जा रहा है उक्त डबरी के पानी से मवेशी अपनी प्यास बुझाते है एवं लोग उक्त डबरी के पानी का प्रयोग निस्तारी के लिए करते है परंतु उक्त ठेकेदार द्वारा उक्त डबरी के पानी का उपयोग अपने निर्माण कार्य के लिए जा रहा था जिससे कि उक्त डबरी का जलस्तर भी कम होने लगा है ।
हम केवल कार्यकारी एजेंसी है इस सम्बंध में आप कलेक्टर साहब से बात कीजिये इसमे सकल रूप से ट्राइबल डिपार्टमेंट के ट्राइबल कमिश्नर एवं कलेक्टर साहब ही माई बाप है तो आप उनसे पूछ लीजिये।
एच.आर.ध्रुव
कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग।।अनुमति लिए बगैर बन रहा कोसमबुड़ा में भवन ठेकेदार व निर्माण एजेंसी से खफा है ग्रामीण।।
ईशु सिन्हा की रिपोर्ट…