पाटन में पारंपरिक बाजा की रही धूम, छत्तीसगढ़ की लोक सँस्कृति को पुनर्जीवित करने का अच्छा प्रयास –डॉ मढ़रिया
पाटन में पारंपरिक बाजा की रही धूम, छत्तीसगढ़ की लोक सँस्कृति को पुनर्जीवित करने का अच्छा प्रयास –डॉ मढ़रिया
बोलबम समिति पाटन के तत्वाधान में एक दिवशीय पारंपरिक बाजा गुदुम , का प्रतियोगिता आज देवांगन भवन पाटन में दोपहर 12 बजे सेआयोजित है जिसमे पाटन अंचल की ख्यातिनाम टीम भाग लेंगी विदित हो अब तक कही भी इस तरह का आयोजन नही हुवा है जिस पर लुप्त हो रही पारम्परिक बाजा को सहेज कर रखना एवम उन्हें प्रस्तुति प्रदान करने प्रतियोगिता रखना बड़ा महत्व रखता है बता दे प्रतियोगिता में मोहरी, शहनाई, बेंजो , डमाऊ, दफड़ा, निशान (गुदुम) टासक इत्यादि का वादन बारहमासी गीत पर हुवा जिसमे विभन्न मंडलियों ने शिरकत की ओर अपने वादन की शानदार प्रस्तुति दी शुभारम्भ एवम दीपप्रज्जवलन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रानी केशव बंछोर उपाध्यक्ष नगर पंचायत पाटन, अति विशिष्ठ अतिथि डॉ अरुण मढ़रिया ,वीरेंद्र साहू, विधानसभा विस्तारक जगदीश मालपानी पूर्व संघ चालक पाटन नगर , विधानसभा चुनाव प्रभारी के सी दीक्षित यूपी ,सुरेश मिश्रा जी बिहार विशेष अतिथि दामोदर चक्रधारी,कीर्तन देवांगन, निशा सोनी, राज देवांगन, राजकुमार देवांगन, पूर्णिमा ठाकुर, मोहन देवांगन, जयप्रकाश कुर्रे, एल्डरमैन मनोज देवांगन, देवप्रसाद कश्यप,अनुज पटेल थे डॉ मढ़रिया ने आयोजन को सारगर्भित करार देते हुवे कहा विलुप्त हो रही लोक बाजा गुदुम की प्रतियोगिता रखना बहुत ही इतिहाशिक है इसके लिए आयोजक समिति के सयोजक जितेंद्र वर्मा एवम बोलबम समिति की सराहना की ।