पुत्र अपने पिता के लिए मांग रहा इंसाफ, खाक छान रहा दफ्तरों की …

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पुत्र अपने पिता के लिए मांग रहा इंसाफ खाक छान रहा दफ्तरों की….

सूचना का अधिकार के तहत भी नहीं मिला पुनउराम का सेवा पुस्तिका ?

गरियाबंद जिला अंतर्गत आने वाले देवभोग निवासी पुनउराम सिन्हा जो कि गरियाबंद पीडब्ल्यूडी में चपरासी के पद पर पदस्थ रहते हुए वर्ष 2007 में सेवानिवृत्त हुए,उसी विभाग से जहां पुनउराम सिन्हा ने अपना पूरा समय शासन-प्रशासन की सेवा में लगाया,
उस विभाग से पुनउराम सिन्हा का सर्विस बुक ही लापता है,
पुनउराम सिन्हा के अनुसार सर्विस बुक नहीं मिलने के कारण समय समय में मिलने वाला वेतनमान में संशोधन का लाभ उसे पेंशन में जुड़कर नहीं मिल पाता है,
विगत 10 वर्षों से दफ्तरों की खाक छानता पुनउराम पूरी तरह हताहत होकर टूट चुका है,पुनउराम सिन्हा का बड़ा बेटा परदेसी राम सिन्हा ने बताया कि उसके द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत संबंधित विभाग के जनसूचना अधिकारी के समक्ष आवेदन भी प्रस्तुत किया गया,
किंतु जनसूचना अधिकारी से समय सीमा पर जानकारी प्राप्त नहीं हुई,
व्यथित होकर आवेदक परदेसी राम सिन्हा द्वारा प्रथम अपीलीय अधिकारी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया गया,जिसमें प्रथम अपीलीय अधिकारी कार्यालय अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग मंडल क्रमांक 1 रायपुर से आवेदक परदेसी राम सिन्हा को लगाए गए आवेदन के संदर्भ में पत्र भेजा गया,जिसमें अधीक्षण अभियंता एन के जयंत द्वारा दिनांक 18-06-2018 को पत्र जारी कर आवेदक को सुनवाई के लिए दिनांक 27-06-2018 को कार्यालय रायपुर में दोपहर 4:30 बजे उपस्थित होने पत्र व्यवहार किया गया,किंतु नियत तिथि व समय पर रायपुर कार्यालय मे उपस्थिति आवेदक द्वारा कई घंटे बीत जाने पर भी अपीलीय अधिकारी एन के जयंत वहां मौजूद नहींं रहे,उनका कार्यालय बंद का बंद ही रहा,विभाग के बाबू चपरासियों से उनके बारे में पूछे जाने पर बताया गया,कि वह तो छुट्टी पर हैं,आवेदक द्वारा कहा गया,

मुझे सुनवाई के लिए आज दिनांक27-06-18 को इस विभाग द्वारा पत्र व्यवहार कर बुलाया गया था,
मेरी उपस्थिति कौन दर्ज करेगा ?

इस पर वहां के कर्मचारियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए,कहा जिन्होंने आपको कार्यालय समय व दिनांक में पत्र व्यवहार कर बुलाया है वह यहां नहीं है इस पर हम कुछ नहीं कर सकते,इस विषय पर मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग डी.के. प्रधान  से संपर्क करने का प्रयास किया गया,किंतु उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया,सोचने का विषय अब यह है कि क्या प्रथम अपीलीय अधिकारी द्वारा अनुपस्थिति कहकर आवेदक का आवेदन निरस्त किया जाएगा,या इसकी सुनवाई राज्य सूचना आयोग में की जाएगी, जिससे  पुनउराम सिन्हा को इंसाफ मिल पाएगा,इस पूरे मामले में एक बात तो यह स्पष्ट है कि किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के पास पुनउराम सिन्हा के गुम हुए सर्विस बुक के बारे में देने के लिए कोई जवाब नहीं,

गरियाबन्ध से सुनील यादव की रिपोर्ट…

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