नवागढ जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 7 माह पूर्व चोरी हुआ खुलासा …
बेमेतरा,
नवागढ जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 7 माह पूर्व चोरी हुआ खुलासा
———–
1=बेमेतरा जिला क्राइम ब्रांच को मिली बडी सफलता
2=जिला सहकारी बैंक,नवागढ़ में हुई 58 लाख सनसनीखेज चोरी के आरोपी पकडाये
3=दुर्ग रेंज आईजी जी पी सिंह ने क्राइम ब्रांच टीम को 30 हजार देने का किये घोषणा
——–
संजु जैन
बेमेतरा =बेमेतरा जिले के नवागढ नगर पंचायत में संचालित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 21 दिसम्बर को रात्रि 8 बजे के लगभग जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित शाखा नवागढ़ जिला बेमेतरा मे हुई 58 लाख रूपये की सनसनीखेज चोरी के आरोपी धरे गये।
पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज, दुर्ग जी.पी. सिंह द्वारा 23 जुन को पुलिस अधीक्षक बेमेतरा कार्यलय में ली गई प्रेस क्रांफ्रेस में इसका खुलासा करते हुए बताया कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक नवागढ़ में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा बैंक की शटर का ताला तोड़ कर लगभग 58 लाख 82 हजार 319 रू. तिजोरी सहित चोरी कर ले गये थे।
बैंक मैनेजर की रिपोर्ट पर थाना नवागढ़ में अप क्रं. 227/17 धारा 457, 380, एवं 34 भादवि पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया था। इस सनसनीखेज चोरी के आरोपियों को पकड़ने के लिये
आईजी दुर्ग के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक बेमेतरा धर्मेन्द्र गर्ग द्वारा अति. पुलिस अधीक्षक बेमेतरा श्रीमती गायत्री सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम में क्राइम ब्रांच के निरीक्षक ध्रुवकुमार मारकण्डे एवं क्राइम ब्रांच के 01 प्रधान आरक्षक व 05 आरक्षकों को शामिल किया गया था। टीम द्वारा लगातार चोरों को पकडने का प्रयास किया जा रहा था एवं मुखबिरों को सक्रिय किया जाकर कर्मचारियों को भी ग्रामीण क्षेत्रों में सादी वर्दी में ग्रामीणों के बीच रहकर सूत्र तलाशने में लगाया गया था।
इसी दौरान मुखबीर से पता चला कि ग्राम कोैड़िया थाना नवागढ़ निवासी जसपाल सिंह व उसका भाई अमृत पाल सिंह एवं साहेब सिंह कुछ दिनो से अनाप शनाप राशि खर्च कर रहे है, जबकि दोनों की माली हालत ऐसी नहीं है कि वे बेहताशा खर्च कर सके। इस सूचना पर दोनों की गतिविधियों पर निगाह रखी गई एवं दोनो भाई की गतिविधियां संदिग्ध पाये जाने पर दोनों को हिरासत में ले कर पूछताछ किया गया।
पूछताछ में दोनो ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक नवागढ़ में चोरी का अपराध करना कबूल करते हुए बताया कि उन पर एचडीएफसी बैंक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक नवागढ़, श्री राम फायनेंस मुंगेली का लगभग 10 लाख रूपये का कर्ज है। इसके अलावा लगभग 8 लाख रू. का लोन भी अपने निकट ररिश्तेदारों से भी ले रखा था। कर्ज की उक्त राशि न पटा पाने के कारण ये बहुत परेशान थे, इससे छुटकारा पाने के लिये दोनों ने बेंक में चोरी करने की योजना बनाई।
ये अक्सर बैंक संबधी कार्य से जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक नवागढ़ आते जाते रहते थे। इसलिये बैंक में आने वाली रकम और बैंक के अंदर के कमरो की पूरी जानकारी रखते थे। इनको ये भी पता था कि बैंक के अंदर शाम 7.30 बजे के बाद कोई कर्मचारी नही रहता है। अतएव दोनो भाई ने एक राय होकर बैंक को लूटने की योजना बनाई। योजनानुसार घटना दिनांक को शाम 6.30 बजे दोनो भाई मोटर सायकिल का टायर खोलने वाले लीवर राॅड को ले कर बैंक के लिये निकले। बडा भाई जसपाल कौडिया रोड में बिजली घर के पास रूक गया तथा छोटा भाई अमृत पाल सिंह अपने दोस्त कोमलजीत सिंह के साथ पीछे के गेट से अंदर गया और डेयरी लोन का कोटेशन ले कर बाहर आकर कोैडिया रोड में खडे बडे भाई के पास गया, जबकि उसका दोस्त कोमलजीत सिंह अपने घर चला गया। दोनो भाई योजनानुसार 7.00 बजे बैंक के सामने आकर बैठ गये और बैंक के चपरासी के खाना खाने के लिये जाने का इन्तजार करने लगे। लगभग शाम 7.30 बजे बैंक का चपरासी जब खाना खाने के लिये चला गया तब ये लोग लीवर राॅड से चैनल गेट में लगे ताले को तोडकर बैंक के अंदर प्रवेश किये तथा बैंक के पीछे दरवाजे से तिजोरी को बाहर निकाल कर मोटर सायकिल में लाद कर अपने घर ले गये। घर में रखे कटर जिसको इन्होंने तीन साल पहले खरीदा था, से काटकर रकम निकाल ली तिजोरी के कुछ भाग को बोरे में भर कर घर के छत में रखा व कुछ भाग को ग्राम कुटकुरा चौकी मारो के तालाब में फेंकना बताया गया है।
आरोपियों ने ये बताया है कि वारदात के पहले इन्होंने भाठापारा से दस्ताना खरीदा था ताकि फिंगर प्रिंट ना आने पाये और तिजोरी को चादर से ढककर ले गये थे तथा वारदात को अंजाम देने के बाद अपने पहने हुये कपड़ों एवं दस्ताने को जला दिये थे।
आरोपियों के निशानदेही पर ग्राम कुटकुरा चौकी मारो के तालाब से व घर के छत से तिजोरी के टुकड़े, अपराध में प्रयुक्त राॅड, कटर व मोटर सायकिल सीडी 100 बरामद किया गया है। साथ ही चोरी के रकम से खरीदे गये बुलेट मोटर सायकिल तथा महिला मित्र को खरीदकर दी गई हीरो कम्पनी की डयूक स्कूटी को भी जप्त किया गया है।
गौरतलब है कि चोरी की 58 लाख रकम में से मात्र 3 लाख 15 हजार रू. की रकम जप्त हो पाई है। बाकि रकम इनके द्वारा बैंक व रिश्तेदारों का कर्ज पटाने, कृषि उपकरणों की खरीदी मरम्मत एवं अय्याशी में खर्च करना बताया है।
उपरोक्त वारदात के आरोपियों को पकड़ने में क्राईम ब्रांच बेमेतरा की भूमिका रही है। क्राईम ब्रांच प्रभारी ध्रुव कुमार मारकण्डे के नेतृत्व में 01 हेड कांस्टेबल व 05 कांस्टेबल की टीम क्षेत्र के गांवो में ग्रामीणों एवं मुखबीरो के माध्यम से लगातार सूचना प्राप्त कर चोरी के आरोपी की पतासाजी करते रहे है।
अंततः मुखबीर की महत्वपूर्ण सूचना पर सनसनीखेज बैंक चोरी के आरोपी पुलिस के गिरफ्त में आये।
पुलिस के इस सराहनीय कार्य के लिये पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग श्री जी.पी. सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की टीम को 30000 रूपये .ईनाम की घोषणा की गई है।
संपूर्ण घटनाक्रम में बैंक प्रबंधन की भी लापरवाही सामने आयी है। आरोपियों को ये अच्छी तरह पता था कि बैंक में सुरक्षा के लिये किसी तरह का इंतजाम नहीं है तथा रात्रि में भी वहां कोई नहीं रहता। बैंक प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के प्रति बरती गयी इस गंभीर लापरवाही के कारण ही दोनों भाई अपने योजनानुसार चोरी करने में सफल हुए थे।
——
संजु जैन न्यूज रिपोर्टर