समुद्र तट के राज्यों में कोरोना वाईरस फैलने का रिसर्चर तीव कुमार सोनी रिसर्च सही सिद्ध हुआ है | जून ,जुलाई 2025 में समुद्र तट के राज्य केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, बंगाल , गुजरात में कोरोना वाईरस तेजी से फ़ैल रहा है |  

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रायपुर | समुद्र तट के राज्यों में कोरोना वाईरस फैलने का रिसर्चर तीव कुमार सोनी रिसर्च सही सिद्ध हुआ है | जून ,जुलाई 2025 में समुद्र तट के राज्य केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, बंगाल , गुजरात में कोरोना वाईरस तेजी से फ़ैल रहा है | ब्रम्हांड से किसी ने सिगनल – SIGNAL भेज कर रिसर्चर तीव कुमार सोनी को वाईरस नियंत्रण का वैज्ञानिक सिद्धांत बताया उस सिगनल – SIGNAL को रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने डी कोड – D CODE  किया और रिसर्च पेपर में लिख कर दिनांक 14.04.2025 को भारत सरकार को वैज्ञानिक सिद्धांत बताया की जून , जुलाई 2025 में भारत के समुद्र तट के राज्यों में कोरोना वाईरस फैलेगा | रिसर्चर तीव कुमार सोनी के रिसर्च में बताये अनुसार ही अब जून ,जुलाई 2025 में समुद्र तट के राज्य केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, बंगाल , गुजरात में कोरोना वाईरस  तेजी से फ़ैल रहा है जिससे रिसर्चर तीव कुमार सोनी का रिसर्च सही सिद्ध हुआ है |

रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने वाईरस नियंत्रण के वैज्ञानिक सिद्धांत में भारत सरकार को बताया है की 29 मार्च  2025 के सूर्यग्रहण से नया बाईरस उत्पन्न होगा और अप्रेल , मई, जून , जुलाई, अगस्त, सितंबर में से कोई भी तीन माह में विश्व और भारत में वाईरस फैलेगा | भारत में कोरोना, डेंगू, स्वाईन फ्लू, बर्ड फ्लू , निपाह जैसे कई वाईरस का संक्रमण बढ़ जाएगा | समुद्र तट के राज्य केरल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, उड़ीसा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, बंगाल में में नमी युक्त वातावरण के कारण जादा संक्रमण होगा |

रिसर्चर तीव कुमार सोनी के वाईरस, महामारी, भूकंप, तूफ़ान, जलप्रलय के 100 रिसर्च सही सिद्ध हो गए

रिसर्चर तीव कुमार सोनी के सभी रिसर्च एक एक कर सही साबित होते जा रहे है | भारत सरकार को प्रस्तुत किये गए उनके 100 वैज्ञानिक रिसर्च सही सिद्ध हो गए है | उनके रिसर्चो को उनके वेबसाईट https://tivkumarsoni.in  में देखा जा सकता है | उन्होंने भारत सरकार को वैज्ञानिक सिद्धांत बताया है की सूर्यग्रहण के कारण सूर्य के विद्युत चुम्बकीय बल डिस्टर्ब हो जाता है जिस कारण पृथ्वी पर वाईरस, महामारी, भूकंप, तूफ़ान, जलप्रलय प्राकृतिक आपदा उत्पन्न होते है और सूर्य के विद्युत चुम्बकीय बल के द्वारा वाईरस, महामारी, भूकंप, तूफ़ान, जलप्रलय प्राकृतिक आपदा को रोका जा सकता है | उनके वैज्ञानिक सिद्धांतो की मान्यता के लिये भारत सरकार को आवेदन प्रस्तुत किया है |

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