आदिवासियों को जंगल से भगाने वन विभाग ने बनाया बाघ का फर्जी वीडियो और फोटो | गरियाबंद जिले के उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का है मामला | STSC संरक्षण समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सोनपीपरे ने वन विभाग का किया है निंदा |

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आदिवासियों को जंगल से भगाने वन विभाग ने बनाया बाघ का फर्जी वीडियो और फोटो | गरियाबंद जिले के उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का है मामला | STSC संरक्षण समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सोनपीपरे ने वन विभाग का किया है निंदा |

रायपुर | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व से आदिवासियों को भगाने के लिए वन विभाग ने बाघ का फर्जी वीडियो और फोटो बना कर समाचार छपवाया गया है जिस पर STSC संरक्षण समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सोनपीपरे ने उक्त बाघ का वीडियो और फोटो को दिल्ली और बंबई के तकनिकी विशेषज्ञों से जांच कराया है | दिल्ली और बंबई के तकनिकी विशेषज्ञों ने जांच कर बताया की बाघ का वीडियो और फोटो को AI तकनीक से एडिट कर फर्जी तरीके से बनाया गया है और विशेष साफ्टवेयर के द्वारा बाघ के फोटो और वीडियो को ट्रैप कैमरा के जैसा बनाया गया है | इस प्रकार आदिवासियों को भगाने के लिए बाघ का फर्जी वीडियो और फर्जी फोटो बनाए जाने पर STSC संरक्षण समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सोनपीपरे ने वन विभाग का निंदा किया है और उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के फर्जी खिलाफ अभियान चलाने की बात कही है | STSC संरक्षण समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सोनपीपरे ने बताया की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है आज तक वन विभाग को बाघ होने का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है फिर भी टाईगर रिजर्व के नाम पर वन विभाग वहा निवास करने वाले आदिवासियों पर भारी अत्याचार कर रहा है |

आदिवासियों को खेत, जमीन, घर, देव स्थल छोड़ कर जाने के लिए वन विभाग भारी दबाव डाल रहा है | वहा से हटने के लिए वन विभाग आदिवासियों को भारी प्रताडीत कर रहा है परन्तु आदिवासी ग्रामीण वहा से हटने के लिए तैयार नहीं है क्योकि वहा के आदिवासी दादा – पुरखा जमाने से उक्त जंगल क्षेत्रो में निवास करते आ रहे है | उन आदिवासियों की पुश्तैनी जमीन – खेती वहा पर है , उनकी संस्कृति और देव स्थल वहा पर है , उनकी परम्परा और पुरानी यादे वहा पर है | इन सभी को छोड़ कर आदिवासी वहा से चले जायेंगे तो फिर आदिवासियों की पूरी संस्कृति ही समाप्त हो जायेगी | इसलिए अपनी संस्कृति को बचाए रखने के लिए आदिवासी वहा से हटना नहीं चाहते है | वन विभाग आदिवासियों को हटाने के लिए हर प्रकार के हथकंडे अपना रहा है | अब आदिवासियों को जंगल से भगाने के लिए वन विभाग ने बाघ का फर्जी वीडियो बना लिया है और उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ होने का झूठा दावा कर रहा है जिस पर STSC संरक्षण समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सोनपीपरे ने वन विभाग का किया है निंदा |

आदिवासियों को भगाने वनोपज संग्रहण पर प्रतिंबंध लगाकर आदिवासियों से रोजगार का साधन छीन लिया

उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में निवास करने वाले आदिवासियों के पास रोजगार व आजीविका का कोई अन्य साधन नही है इसलिए वे वनोपज संग्रहण कर अपना जीवन यापन करते है | परन्तु वन विभाग ने आदिवासियों को जंगल से भगाने के लिए टाईगर रिजर्व में  वनोपज संग्रहण पर प्रतिबन्ध लगा दिया है इसलिए आदिवासियों को अपने परिवार का पालन पोषण करने की विकराल समस्या खड़ी हो गयी है | उनकी आर्थिक स्थिति इतना ज्यादा खराब है कि वे राशन नहीं खरीद सकते ही जंगल के कंद  मूल खा कर जिंदगी जीने मजबूर है , अपने झोपडी की मरम्मत भी नही करा सकते है इसलिए झोपडी के क्षतिग्रस्त होने व टुट फुट जाने से मुश्किलो के बीच कड़कड़ती ठंड, बारिस, गर्मी के मौसम मे जिंदगी गुजारने को  मजबूर है |

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