फर्जी बाघ की जांच पड़ताल करने 15 मई को गरियाबंद आयेगा हाई कोर्ट के वकीलों का जांच टीम | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के फर्जी बाघ और आदिवासियों पर वन विभाग के अत्याचार का करेंगे जांच पड़ताल | जिला एवं सत्र न्यायालय रायपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता देव नारायण सिन्हा ने दिया जानकारी |

फर्जी बाघ की जांच पड़ताल करने 15 मई को गरियाबंद आयेगा हाई कोर्ट के वकीलों का जांच टीम | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के फर्जी बाघ और आदिवासियों पर वन विभाग के अत्याचार का करेंगे जांच पड़ताल | जिला एवं सत्र न्यायालय रायपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता देव नारायण सिन्हा ने दिया जानकारी |
रायपुर | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के फर्जी बाघ की जांच पड़ताल करने 15 मई को हाई कोर्ट के वकीलों का जांच टीम गरियाबंद आयेगा | हाई कोर्ट के वकीलों के द्वारा उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के फर्जी बाघ और आदिवासियों पर वन विभाग के द्वारा किये गए अत्याचार का जांच पड़ताल किया जाएगा और कई कोर्ट में केस दाखिल किया जाएगा | जिला एवं सत्र न्यायालय रायपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता देव नारायण सिन्हा ने बताया की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के फर्जी बाघ और आदिवासियों पर वन विभाग के अत्याचार की सुचना मिली है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व गरियाबंद क्षेत्र के सरपंचो , ग्रामीणों , आदिवासियों से सुचना मिली है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ नहीं है और वन विभाग बाघ का फर्जी मल, फर्जी फोटो, फर्जी पंजा बना कर बाघ का फर्जी सबूत बनाता है साथ ही टाईगर रिजर्व के नाम पर वन विभाग वहा निवास करने वाले आदिवासियों पर भारी अत्याचार कर रहा है |
जिला एवं सत्र न्यायालय रायपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता देव नारायण सिन्हा ने बताया की आदिवासियों को खेत, जमीन, घर, देव स्थल छोड़ कर जाने के लिए वन विभाग भारी दबाव डाल रहा है | परन्तु आदिवासी ग्रामीण वहा से हटने के लिए तैयार नहीं है क्योकि वहा के आदिवासी दादा – पुरखा जमाने से उक्त जंगल क्षेत्रो में निवास करते आ रहे है | उन आदिवासियों की पुश्तैनी जमीन – खेती वहा पर है , उनकी संस्कृति और देव स्थल वहा पर है , उनकी परम्परा और पुरानी यादे वहा पर है | इन सभी को छोड़ कर आदिवासी वहा से चले जायेंगे तो फिर आदिवासियों की पूरी संस्कृति ही समाप्त हो जायेगी | इसलिए अपनी संस्कृति को बचाए रखने के लिए आदिवासी वहा से हटना नहीं चाहते है | परन्तु वन विभाग आदिवासियों को हटाने के लिए हर प्रकार के हथकंडे अपना रहा है | जिसका जांच पड़ताल हाई कोर्ट के वकीलों का जांच टीम द्वारा किया जाएगा |