*ज़िंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है – डॉ. ईं. राजेंद्र जैना*
*ज़िंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है – डॉ. ईं. राजेंद्र जैना*
दो दोस्त दोनों में बेशुमार टैलेंट, हम बात कर रहे हैं जाने-माने निर्माता, निर्देशक, लेखक, दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित एक्टर मनोज कुमार की और निर्माता, निर्देशक, लेखक, एक्टर और सिंगर डॉ. ईं. राजेंद्र जैना की जो दोनों बहुत अच्छे दोस्त रहे सबसे अच्छी बात की दोनों का दिल्ली स्थित सागर अपार्टमेंट में फ़्लेट भी है जब यह बिल्डिंग बनी थी तो उस समय टॉप स्टार लोगों ने इसमें फ्लैट लिया था. पिछले दिनों मनोज कुमार के निधन पर मनोज जी को याद करते हुए राजेंद्र जैना काफी भावुक हो गए, और उन्होंने कहा कि एक अच्छा एक्टर होने के साथ-साथ मनोज कुमार एक बहुत अच्छे इंसान भी थे , हमारी बहुत अच्छी दोस्ती रही, और आज मेरा दोस्त मुझसे जुदा हो गया। अपने बीते लम्हों को याद करते हुए राजेंद्र जैना ने भावुक होते हुए कहा कि बहुत कम लोगों को पता है मनोज कुमार होम्योपैथी के डॉक्टर भी थे, और लगभग सभी बीमारी का इलाज होम्योपैथी से करते थे वह लोगो को होम्योपैथी की दवाई की मुफ्त सलाह भी देते थे, मेरी और उनकी इच्छा थी कि दिल्ली के समीप एक चैरिटेबल होम्योपैथी हॉस्पिटल बने जिसके लिए उन्होंने नरेला के पास जमीन भी ली साथ ही वो होम्योपैथी पर एक किताब भी लिखना चाहते थे अगर लिख पाते तो काफी मरीजों का फायदा होता। एक इंजीनियर दोस्त होते हुए मैंने उनको हमेशा प्रोत्साहित किया लेकिन जैसा कि विधि को मंजूर नहीं था, वो बीमार हो गए, ये सपना उनका मन में रह गया। हमारी दोस्ती उस ग़ज़ल की लाइन जैसी है “न उम्र की सीमा हो न जन्म का हो बंधन ” वहीं से हमारी दोस्ती उमर के संकोच से कहीं ऊपर थी। पिछले साल मैंने अपना 70वा जन्मदिन मनाया था, तो वह दिल्ली आना चाहते थे लेकिन बीमारी के वजह से नहीं आ पाए, उन्हीं को याद करते हुए तथा अपनी माताजी श्रीमती मनुभावती देवी की पांचवीं पुण्यतिथि के अवसर पर डॉ. ईं. राजेंद्र जैना दोनों को श्रद्धांजलि देते हुए वरिष्ठ नागरिकों के लिए ओखला स्थित’ गुरु विश्राम वृद्ध आश्रम शिओज़ , (sheows) ‘ में रहने वालों के मनोरंजन के लिए सोचा है । जिसमे वे पुराने गीतों व देशभक्ति गीतों की महफ़िल सजाकर लोगों का मनोरंजन करेंगे। इस अवसर पर शिओज़ (sheows) गुरु विश्राम वृद्ध आश्रम के चेयरमैन डॉ गिरधर प्रसाद भगत ने बताया कि हमारे आश्रम में बेसहारा बेघर बीमार बुजुर्गो की मुफ्त सेवा की जाती है और ऐसे लोगो के लिए डॉ. ईं. राजेंद्र जैना बहुत ही अच्छा काम कर रहे है हर आश्रम में एक ही चीज़ की सबसे ज़्यादा कमी होती है कि कोई आकर उनका हालचाल पूछे और उनका मनोरंजन करे, हमारे दिल्ली में दो आश्रम है जिसमे अबुल फज़ल एन्कलेव नई दिल्ली आश्रम में लगभग 125 से अधिक वृद्ध हैं जो लाइलाज बीमारी से ग्रसित है जिसकी वजह से उनके परिवार वालों ने उन्हें घर से निकाल दिया है हम लोग उनकी देखभाल, इलाज , सशक्तिकरण और जीवन में परिवर्तन लाने का प्रयास करना चाहते है डॉ भगत ने आगे कहा कि यही पर जे. आर. एंटरटेनमेंट के अध्यक्ष डॉ ई. राजेंद्र जैना द्वारा हमारे यहां के वृद्धो के लिए ही मनोरंजन के लिए गीतो भरा प्रोग्राम किया जा रहा है डॉ. ईं. राजेंद्र जैना जी की सोच है कि संगीत और मनोरंजन मरीज के लिए दवाई का काम करता है ऐसे मे जे. आर. एंटरटेनमेंट द्वारा मंगलवार 22 अप्रैल को संगीत से भरपूर कार्यक्रम को शाम का आयोजन किया जा रहा है.