*जिला पंचायत अध्यक्ष गौरी शंकर कश्यप के प्रथम नगर आगमन पर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल एवं भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया भव्य स्वागत*
*जिला पंचायत अध्यक्ष गौरी शंकर कश्यप के प्रथम नगर आगमन पर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल एवं भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया भव्य स्वागत*
*रिपोर्ट:- नागेश्वर मोरे*
*देवभोग:-* निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के बाद आज गौरी शंकर कश्यप जब जिला पंचायत से अपने ग्रह ग्राम के लिए निकले तो उनका जगह जगह ग्रामीण व समर्थकों ने जोशीला स्वागत किया। सबसे पहले गौरी निर्वाचन क्षेत्र अपने ननिहाल सरगीगुडा ग्राम पहुंचे। परिवार के सबसे वरिष्ठ नानी मां ने पहले तिलक लगाकर गौरी का आत्मीय स्वागत किया। गौरी शंकर ने नानी माता पिता और मामा मामी का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। भावुक माता पिता ने जवाबदार बन चुके अपने बेटे को गले लगा लिया। गौरी शंकर ने मिली जवाबदारी के निर्वहन के लिए माता पिता से ऊर्जा प्रदान करने का आशीर्वाद मांगा।
देवभोग व तेतल खूंटी में हुआ जोशीला स्वागत-जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 9 में गौरी शंकर कश्यप तेतलखुटी ग्राम पहुंचे। जहां ग्रामीणों ने अपने चहेते नेता का जोशीला स्वागत किया। बाजे गाजे और आतिशबाजी के साथ पूरा गांव गौरी शंकर के स्वागत में उत्सव मनाया।
तेतलखूंटी में स्वागत होने के पश्चात लगभग रात 8:30 बजे देवभोग नगर पहुंचे जहाँ गौरी शंकर का स्वागत करने हेतु विहिप, बजरंग दल, भारतीय जनता पार्टी एवं व्यापारी मौजूद रहे लोगों ने बजरंग चौक पर भव्य स्वागत किया एवं विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय घोष के साथ पूरा नगर गूंज उठा। गौरी शंकर कश्यप राजनीति में आने से पूर्व विश्व हिंदू परिषद में विभिन्न दायीत्वो का निर्वहन करते हुए वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से अध्यक्ष बनने के बाद प्रथम नगर आगमन हुआ जिसको स्थानीय विविध संगठन के कार्यकर्ताओं ने अपने समाजसेवी एवं कवि को अपने करीब पाकर अति प्रसन्नता जाहिर की। विहिप व नगर के युवाओं ने जय श्री राम के नारे लगा कर अपने नव निर्वाचित अध्यक्ष का स्वागत किया
देवभोग नगर में भव्य स्वागत होने के पश्चात जिला अध्यक्ष उनके गृह ग्राम गोहेकेला पहुंचे जहां पहले से पूरा गांव उनके स्वागत के लिए तैयार था उनके पहुंचते ही आतिशबाजी गाजे बाजे के साथ स्वागत के लिए माता-पिता परिवार के साथ पूरा गांव मौजूद था। माता-पिता से आशीर्वाद लेने के पश्चात जब नानी से मुलाकात किये तो अध्यक्ष भावुक हो गए।
आशीर्वाद दिया ताकि सरकार के योजनाओं के क्रियान्वयन में सहभागिता निभाए।