हर व्यक्ति के अच्छे काम का साथ देना चाहिए :: अविमुक्तेश्वरानंद

0
Spread the love

 

हर व्यक्ति के अच्छे काम का साथ देना चाहिए :: अविमुक्तेश्वरानंद:

सुदीप्तो चटर्जी “खबरीलाल” (काशी) ::- जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य प्रतिनिधि दंडी स्वामी ने आज श्रीविद्यामठ, काशी में अपने प्रवचन में उपस्थित भक्तों से कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के अच्छे कार्य की सराहना करनी चाहिए तथा अच्छे कार्य का साथ देना चाहिए। अच्छे कार्यों का साथ देने से , उसके सहभागी बनने से मन प्रसन्नचित रहता है तथा व्यक्ति सुकून से जीता है। आगे उन्होंने कहा कि हम न तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राहुल गांधी, अखिलेश यादव आदि की निंदा कर रहे हैं। हम तो काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर हेतु तोड़े गए पुराणों में वर्णित मंदिरों के लिए वर्तमान केंद्र सरकार व राज्य सरकार का विरोध कर रहे हैं। हम तो सन्यासी हैं। हम किसी राजनीतिक पार्टी के न तो प्रवक्ता हैं और न ही किसी राजनीतिक पार्टी का प्रचार कर रहे हैं। हम केवल धर्म का प्रचार कर रहे हैं जिससे व्यक्ति अधर्म के पथ पर न चले। यह तो प्राचीन हिन्दू सनातन धर्म की रक्षा हेतु आंदोलन है जिससे हम अपने काशी के मंदिरों को ध्वंश होने से बचा पाए। आगे उन्होंने कहा आजकल लव-जेहाद शब्द बहुत सुनने को मिल रहे हैं। यदि हमारी बहने संस्कारवान होंगी, अपने धर्म के प्रति प्रेम होगा तो इस तरह की घटना घटित नहीं होंगी। मुस्लिम धर्म अलग हैं, उनके संस्कार अलग हैं जो किसी भी एंगल से सनातन धर्म से मेल नहीं खाता है। इस बाबत घर मे ही शुरू से एक शुक्ष्म रेखा पहले ही बना देना चाहिए जिससे बहनों को मालूम हो कि हमारे संस्कार क्या हैं और उनके संस्कार क्या है साथ ही एक दूरी भी होनी चाहिए जिससे कोई ज्यादा नजदीक न आ पाए और कोई व्यवहार बने।

व्यक्ति के अच्छे काम का साथ देना चाहिए :: अविमुक्तेश्वरानंद:

सुदीप्तो चटर्जी “खबरीलाल” (काशी) ::- जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य प्रतिनिधि दंडी स्वामी ने आज श्रीविद्यामठ, काशी में अपने प्रवचन में उपस्थित भक्तों से कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के अच्छे कार्य की सराहना करनी चाहिए तथा अच्छे कार्य का साथ देना चाहिए। अच्छे कार्यों का साथ देने से , उसके सहभागी बनने से मन प्रसन्नचित रहता है तथा व्यक्ति सुकून से जीता है। आगे उन्होंने कहा कि हम न तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राहुल गांधी, अखिलेश यादव आदि की निंदा कर रहे हैं। हम तो काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर हेतु तोड़े गए पुराणों में वर्णित मंदिरों के लिए वर्तमान केंद्र सरकार व राज्य सरकार का विरोध कर रहे हैं। हम तो सन्यासी हैं। हम किसी राजनीतिक पार्टी के न तो प्रवक्ता हैं और न ही किसी राजनीतिक पार्टी का प्रचार कर रहे हैं। हम केवल धर्म का प्रचार कर रहे हैं जिससे व्यक्ति अधर्म के पथ पर न चले। यह तो प्राचीन हिन्दू सनातन धर्म की रक्षा हेतु आंदोलन है जिससे हम अपने काशी के मंदिरों को ध्वंश होने से बचा पाए। आगे उन्होंने कहा आजकल लव-जेहाद शब्द बहुत सुनने को मिल रहे हैं। यदि हमारी बहने संस्कारवान होंगी, अपने धर्म के प्रति प्रेम होगा तो इस तरह की घटना घटित नहीं होंगी। मुस्लिम धर्म अलग हैं, उनके संस्कार अलग हैं जो किसी भी एंगल से सनातन धर्म से मेल नहीं खाता है। इस बाबत घर मे ही शुरू से एक शुक्ष्म रेखा पहले ही बना देना चाहिए जिससे बहनों को मालूम हो कि हमारे संस्कार क्या हैं और उनके संस्कार क्या है साथ ही एक दूरी भी होनी चाहिए जिससे कोई ज्यादा नजदीक न आ पाए और कोई व्यवहार बने।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed