खसरा- रुबेला से बचाव के लिए बच्चो को टिका जरूर लगवाये- कलेक्टर
खसरा-रूबेला से बचाव के लिये बच्चों को टीका अवश्य लगवायेः-कलेक्टर
मिजल्स रूबेला अभियान हेतु कार्यषाला आयोजितबेमेतरा 02 जून 2018:- राज्य शासन के निर्देशानुसार आगामी माह अगस्त 2018 में संपूर्ण प्रदेश में मीजल्स रूबेला अभियान संपादित किया जायेगा। जिसमें 9 माह से अधिक एवं 15 वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र, शिक्षा संस्थान जैसे- सरकारी, गैर सरकारी विद्यालय, मदरसा आदि में पहुंचकर खसरा-रूबेला (एम.आर.) का टीका लगाया जायेगा। इस टीकाकरण अभियान को जिले में सफल बनाने आज शनिवार को कलेक्टर श्री महादेव कावरे की अध्यक्षता में कार्यशाला बेमेतरा में आयोजित की गई। कार्यशाला में जिले के शत्-प्रतिशत बच्चों को मीजल्स रूबेला का टीका लगाने अभियान की रूपरेखा पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने इस अभियान में सभी चिन्हित विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थानों, जनप्रतिनिधियों, मीडिया सहित आम नागरिकों को शामिल करते हुये टीकाकरण हेतु जागरूकता की अपील की। यह जानलेवा होने के साथ गंभीर लक्षण भी पैदा कर सकता है, इसलिये इस बीमारी के रोकथाम एवं बचाव का आसान तरीका टीकाकरण है। उन्होंने स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्र सहित आसपास लगाये जाने वाले शिविर में बच्चों के टीकाकरण में पालक सहित सभी लोगों को सहयोग की अपील की।
जिला पंचायत के सी.ई.ओ. श्री एस. आलोक ने कहा कि जिस प्रकार पल्स पोलियो अभियान के लिए सभी शासकीय सेवक एवं आम नागरिक सहयोग प्रदान करते है। उसी प्रकार रूबेला के उन्मूलन के लिए सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले में कुपोषण मुक्ति अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके लिए नामजद अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
कार्यशाला में डब्ल्यू.एच.ओ. के अंतर्गत सर्विलेंस मेडिकल आफिसर बिलासपुर डाॅ. मैथिली पाटिल ने मीजल्स-रूबेला बीमारी के लक्षण एवं प्रभाव के विषय में बताया। सामान्यतः यह वायरल से होती है। इस तरह की बीमारी में नाक से पानी बहना, आंख लाल होना तथा निमोनिया, डायरिया, कार्नियल स्केरिंग, एंसिफाइलेटिस जैसे गंभीर लक्षण भी होते हैं। उन्होंने इस बीमारी से बचाव हेतु टीकाकरण अभियान में लगाये जाने वाले शिविरों की रूपरेखा को बताया। सी.एम.एच.ओ. डाॅ. एस.के. शर्मा ने बताया कि टीकाकरण अभियान माह अगस्त में प्रारंभ होगी। इसके पूर्व अभियान को सफल बनाने संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जायेगा। उन्होंने मिजल्स रूबेला, खसरा के रोकथाम के लिए टीका, वैक्सिन को लाभदायक बताते हुए इससे किसी प्रकार की साईड इफेक्ट नहीं होने की बात कही। डाॅ. पवन ने पाॅवर पाईन्ट प्रजेन्टेशन के जरिए खसरा और रूबेला टीकाकरण अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में सिविल सर्जन डाॅ. एस.के. पाल, सहित अन्य विभाग के अधिकारी, स्वयं सेवी संस्थानों के पदाधिकारी उपस्थित थे।आशीष कंठले की रिपोर्ट…