पीड़ित परिवार ने मांगा शासन प्रशासन से ईच्छा मृत्यु कुरूद का मामला…
धमतरी—
धमतरी के कुरूद ईलाके के कोकडी में ग्राम विकास समिति की तुगलकी फरमान के चलते एक परिवार साल भर से गूमनामी की जिन्दगी जीने को मजबूर है……..ग्राम पंचायत से गांव के पत्थर खदान का एनओसी भाजपा के एक नेता को नही देने पर गांव के कुछ दबंग भाजपा कार्यकर्ताओ ने सरपंच का हुक्का पानी बंद करा दिया..
.ताज्जुब की बात है की हालात के हाथो बेबस इस परिवार की न तो पुलिस सून रही है और प्रशासन…..जिसके चलते पीड़ित परिवार ने शासन प्रशासन से ईच्छा मृत्यु की मांग की है…..गौरतलब है की ये ईलाका सूबे के पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर का है जो हर मंच पर ईलाके मे विकास का दंभ भरते नजर आते है…..लेकिन इनके ईलाके मे आज भी समाजो मे पिछडेपन के चलते कई परिवारो को सामाजिक प्रताडना का दंश झेलना पड रहा है…..
…कसूर सिर्फ इतना की भाजपा के एक नेता को पत्थर खदान के लिये एनओसी नही देना……बदला लेने नेता जी ने गांव के कुछ दंबगो के साथ मिलकर सरपंच को बनाया अपना निशाना….. झूठे आरोप लगाकर ग्राम विकास समिति की बैठक मे पीडित परिवार को किया तलब……जहा सरपंच पर कई तरह के आरोप लगाकर 50 हजार का जुर्माना लगाया गया….
.वही पीडित ने रकम देने से इंकार किया तो उनका हुक्कापानी बंद कर दिया……यही नही पीडित सरपंच के खिलाफ प्रशासन से शिकायत कर उन्हे धारा 40 के तहत सरपंच के पद से हठा दिया……और आयेदिन इनके पूरे परिवार को दंबगो व्दारा मानसिक रूप् से प्रताडित किया जा रहा है…..
जिससे पूरा परिवार काफी परेशान हो गया…..जिससे पूर्व सरपंच गोपेश्वर साहू ने पूरे परिवार सहित ईच्छा मृत्यु की मांग की है……पीडित गोपेश्वर साहू की माने तो उसने हुक्कापानी बंद किये जाने की शिकायत शासन प्रशासन और पुलिस महकमे के पास कई बार कर चुके है….लेकिन इनकी फरियाद किसी ने नही सुनी…….
…..इस परिवार मे पूर्व सरपंच उसकी पत्नी और दो बच्चे है जिन्हे गांव में चलना ही मुश्किल हो गया है……रोजाना गांव के दबंगो व्दारा उन्हे उल्टा सीधा कहा जाता है….जिससे उसकी पत्नी और बच्चो का घर से निकलना ही बंद हो गया है….दंबगो के जुल्म के चलते इस परिवार के सदस्यो का मानो जीना दूशवार हो गया हैं….
….. और तो और गांव के अन्य सदस्य अगर इस पीड़ित परिवार के घर आते जाते हैं तो उनसे दंड के रूप में राशि वसूली जाती है …जिसके चलते गांव के लोग भी इस पीड़ित परिवार के घर आते जाते नहीें है ………..इन दबंगो की दबंगई तो तब हद हो गई जब भाई बहन के पवित्र त्योहार रक्षा बंधन में भी आड़े आ गये… पीड़ित गोपेश्वर की बेटी अपने चचेरे भाई रामकृष्ण को राखी बांधने उसके घर चली गई…. जिस पर दबंगो की नजर पड़ गई और भाई रामकृष्ण को भी नही बक्सा और 500 रुपये के अर्थदंड से दण्डित कर दिया
…….वही गांव के प्रभारी सरपंच इस पीडित परिवार को किसी तरह से प्रताडित नही करने और गांव मे फिर से मिलाने की दलील दे रहे है……वैसे मिडिया के दखल के बाद सूबे के पंचायत मंत्री ने लोगो से अपील की है की कानून अपने हाथो मे न ले ….और सामाजिक बुराईयो को लेकर जागरूकता अभियान चलाने की बात कह रहे है…..
……..बहरहाल इस मामले कि शिकायत पीड़ित परिवार ने शासन प्रशासन और पुलिस से लेकर मानव अधिकार आयोग के पास कई बार कर चुके है…………लेकिन इंसाफ इस परिवार को कही पर भी नही मिली ……….जिसके चलते गुमनामी के अन्धेरे मे जी रहा है. और हैरत की बात ये है कि हुकूमत और अमले ने कभी उनकी सूध लेने की हिमाकत नही की…….
देवेंद्र युवराज की रिपोर्ट…