*शिक्षिका गंगा शरण पासी अपनी अगली पुस्तक किन्नर समाज से बहिष्कृत क्यों हैं*
*शिक्षिका गंगा शरण पासी अपनी अगली पुस्तक किन्नर समाज से बहिष्कृत क्यों हैं*
शिक्षिका गंगा शरण पासी
लिख रही हैं जिनमें उन्होंने ने किन्नर समाज को मजबूत बनाना का संकल्प लिया है तथा किन्नरों की प्राचीन स्थिति से लेकर वर्तमान स्थिति तक का विवरण अपनी पुस्तक में देने वाली है तथा किन्नरों को समाज में अन्य वर्गों की तरह सम्मान मिलना चाहिए। शिक्षिका गंगा शरण पासी जी की दो पुस्तक विमोचन के बाद दो हजार पच्चीस में उनकी दो पुस्तक और आयेगी जिसमें मेरी आत्मा कथा तथा किन्नर समाज में बहिष्कृत क्यों हैं में सहलेखिका के रुप में होगा। लगभग दो सौ विभिन्न पुस्तको में अपनी लेख देने वाली शिक्षिका गंगा शरण पासी जी अब तक राज्य स्तरीय, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय विभिन्न सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं वहीं इस साल बाइस दिसम्बर में अखिल भारतीय पासी समाज ने गंगा शरण पासी जी को, सम्मानित करने का फैसला लिया है। ये शिक्षिका के लिए बड़े गर्व की बात होंगी शिक्षिका अपने पुस्तक के माध्यम से समाज में जागरूकता लायेगी वही कविता के माध्यम से समाज के लोगों को जागरूक करते आ रही है।
शिक्षिका गंगा शरण पासी
लिख रही हैं जिनमें उन्होंने ने किन्नर समाज को मजबूत बनाना का संकल्प लिया है तथा किन्नरों की प्राचीन स्थिति से लेकर वर्तमान स्थिति तक का विवरण अपनी पुस्तक में देने वाली है तथा किन्नरों को समाज में अन्य वर्गों की तरह सम्मान मिलना चाहिए। शिक्षिका गंगा शरण पासी जी की दो पुस्तक विमोचन के बाद दो हजार पच्चीस में उनकी दो पुस्तक और आयेगी जिसमें मेरी आत्मा कथा तथा किन्नर समाज में बहिष्कृत क्यों हैं में सहलेखिका के रुप में होगा। लगभग दो सौ विभिन्न पुस्तको में अपनी लेख देने वाली शिक्षिका गंगा शरण पासी जी अब तक राज्य स्तरीय, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय विभिन्न सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं वहीं इस साल बाइस दिसम्बर में अखिल भारतीय पासी समाज ने गंगा शरण पासी जी को, सम्मानित करने का फैसला लिया है। ये शिक्षिका के लिए बड़े गर्व की बात होंगी शिक्षिका अपने पुस्तक के माध्यम से समाज में जागरूकता लायेगी वही कविता के माध्यम से समाज के लोगों को जागरूक करते आ रही है।