*एथेनाल प्लांट बंद के लिए आंदोलन आज 53वे दिन में पहुंचा।मिल का पत्थर साबित होगा।एक जांच अवधि के निर्धारित तिथि पूर्ण,प्रशासन की रहस्यमई चुप्पी।*
*एथेनाल प्लांट बंद के लिए आंदोलन आज 53वे दिन में पहुंचा।मिल का पत्थर साबित होगा।एक जांच अवधि के निर्धारित तिथि पूर्ण,प्रशासन की रहस्यमई चुप्पी।*
एथेनाल प्लांट बंद करने की मांग। को लेकर 23 सितंबर से शुरू हुआ एथेनाल प्लांट बंदी का आंदोलन को आज 53 दिन पूरे हो चुके हैं। धान कटाई की भारी व्यस्तता के बाद भी निरंतर धरना प्रदर्शन जारी है।चार सप्ताह में इस प्लांट को दी गई एन ओ सी की अनियमितता की जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दे चुका जिला प्रशासन रहस्यमई चुप्पी धारण कर लिया है।जबकि अनियमितता पूर्ण एन ओ सी के दस्तावेज आंदोलनकारियों ने जिला प्रशासन को सौंप चुके है ,जिसे एक माह से ऊपर का समय व्यतीत हो चुका है।इस बीच प्लांट प्रारंभ करने का प्रयास में इस प्लांट से धुआं उगलना प्रारंभ हो चुका है।जिससे क्षेत्र के किसानो में भारी बेचैनी और झटपटाहट स्पष्ट दिखाई दे रही है।इसलिए प्लांट को बंद करने के लिए आंदोलनकारी आज भी प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं।53 दिन में एक दिन भी आंदोलन को रोका नहीं गया है,दीपावली के दिन भी यह धरना सतत रूप से जारी रहा ,जो इस आंदोलन के प्रतिबद्धता का परिचायक है।इस प्लांट को प्रदान की गई एन ओ सी में गंभीर अनियमितता के दस्तावेज सामने आ चुके है,अब कार्यवाही कब तक होगी इसी का इंतेज़ार सभी को है।खेती किसानी में व्यस्तता के बाद भी आंदोलन किसानो के बड़े चेहरे को लाने का प्रयास जारी है।किसान नेता राकेश टिकैत,और डॉ सुनीलम की सहमति प्राप्त हो चुकी।धान कटाई में किसानो की व्यस्तता के कारण तिथि को आगे बढ़ाई गई है।बहुत शीघ्र ही इस मूर्त रूप देने की रणनीति बरकरार है।