नारो के साथ माताओ एवं बहनों ने सूपा बजाकर किया विरोध…
नारों के साथ माताओ व बहनों ने सूपा बजाकर विरोध किया।
मंदिर बचाओ आंदोलनम् के समर्थन में काशी की माताओं बहनों ने सूपा बजाकर विरोध प्रदर्शन किया ।
आज सायं 5 बजे से काशी के शंकराचार्य घाट पर काशी विश्वनाथ कोरिडोर के अन्तर्गत पौराणिक मन्दिरों को तोडे जाने का विरोध करते हुए अखिल भारतीय आध्यात्मिक उत्थान मण्डल एवं अन्य संस्थाओं की माताओं बहनों ने सूपा बजाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रीकाशी विदुषी परिषद् की महामन्त्री सावित्री पाण्डेय ने कहा कि काशी गलियों का शहर है । इसकी पहचान गलियों और मन्दिरो से है । इसको विकृत कर काशी के स्वरूप को न बिगाड़े। रागिनी पाण्डेय ने कहा कि विकास यदि करना है तो सडकों का करें। बिजली पानी आदि का करें लेकिन मन्दिर को तोडकर कौन सा विकास होता है ? डॉ लता पाण्डेय ने कहा कि आज सूपा बजाकर हम सबने प्रतीकात्मक विरोध किया ।
सूपा बजाने का तात्पर्य यह है कि जिस प्रकार सूपा तोतली चीजों को बाहर कर सार सार को एक जगह पर इकट्ठा करता है उसी प्रकार काशी से बुराई बाहर जाए और अच्छी चीजें यहाँ सदा रहें। एक तात्पर्य यह भी है कि जिस प्रकार सूपा बजाकर दरिद्रता को भगाया जाता है उसी प्रकार हम विनाशक विकास को भगा रहे हैं। काशी का विकास पोषक हो । विनायक विकास भगाना है। पोषक विकास को लाना है।। महिला मण्डल करे मुनादी। मन्दिर को मत तोडो मोदी।। इस तरह के नारों के साथ काशी की माताओं एवं बहनों ने विरोध प्रदर्शन किया।
आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से साध्वी पूर्णाम्बा , साध्वी शारदाम्बा, उर्मिला शुक्ल , अजेया प्रेमलता पाण्डेय, रूबी दुबे पूनम शुक्ल, पूनम तिवारी, माधुरी पाण्डेय , ममता मिश्र, माला मिश्रा , ब्रह्मबाला शर्मा , नीतू सिंह महालक्ष्मी शुक्ला, रितु पाण्डेय, अलमेलु के एस इन्दिरा मिश्रा, उषा देवी ,अंजू यादव , वन्दना यादव आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत मे मंगलाचरण विजया तिवारी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन सुनीता जायसवाल ने किया।