*महरा तथा महारा जति को अनुसूचित जाति में शामिल करने पर समाज के लोग में भारी हर्ष*
✍️रिपोर्ट:-नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता गरियाबंद
*महरा तथा महारा जति को अनुसूचित जाति में शामिल करने पर समाज के लोग में भारी हर्ष*
देवभोग:- 09 अगस्त संसद ने छत्तीसगढ़ के महरा तथा महारा समुदायों को अनुसूचित जातियों की सूची में शामिल करने का प्रस्ताव करने वाले संविधान (अनुसूचित जातियां) आदेश (संशोधन) विधेयक-2023 को बुधवार को मंजूरी दे दी।
यह विधेयक छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति सूची के संशोधन के लिए संविधान अनुसूचित जाति आदेश-1950 में संशोधन करता है। विधेयक में छत्तीसगढ़ में महारा और महरा समुदायों को उनके मिलते- जुलते नाम वाले मेहरा, महार और मेहर समुदायों की सूची में शामिल किया गया है।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार ने उच्च सदन में यह विधेयक पेश किया। लोकसभा ने एक अगस्त को इस विधेयक को पारित किया था। राज्यसभा में इस विधेयक के पारित होने के साथ ही इसे संसद की मंजूरी मिल गई।
राज्यसभा में विधेयक पर हुई संक्षिप्त चर्चा में बीजू जनता दल की सुलता देव, भाजपा के सुमेर सिंह सोलंकी, तेलुगू देशम पार्टी के कनकमेदला रवींद्र कुमार, वाईएसआर कांग्रेस के सुभाष चंद्र बोस पिल्लई और वी विजय साई रेड्डी और ऑल अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम सदस्य एम थंबीदुरई ने भी भाग लिया।
केन्द्र सरकार के इस फैसले से खुश होकर प्रधानमंत्री, छ ग मुख्यमंत्री एवं सभी केन्द्रीय मंत्रियों सांसदों का गरियाबंद महरा समाज आभार जताया एवं देवभोग गांधी चौक पर गुलाल लगाकर , आतिशबाजी के साथ सरकार के फैसले का समर्थन कर हर्ष व्यक्त किया गया।
इस मौके पर महरा समाज जिला अध्यक्ष डॉ माखन कश्यप, सचिव कुमेन्द्र कश्यप , उपाध्यक्ष कंचन कश्यप, संरक्षक निरंजन कश्यप , प्रवक्ता केशरी राम कश्यप , गजेन्द्र कश्यप , सहसचिव जगदीश कश्यप, कोषाध्यक्ष खिरनाथ कश्यप , अमृत लाल कश्यप, गौरिशंकर कश्यप,गनपत कश्यप, शिवलाल कश्यप, नीलाम्बर कश्यप,डूमर लाल कश्यप, फूलचंद कश्यप, एवं समाज के सैकड़ों सदस्य व युवाओं ने एकत्र होकर एक-दूजे को बधाई दी।