*बरसात लगते ही चिखली बना टापू, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कई दिक्कतों का सामना करने को मजबूर, सड़क का भी बुरा हाल*
✍️रिपोर्ट:- नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता गरियाबंद
*बरसात लगते ही चिखली बना टापू, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कई दिक्कतों का सामना करने को मजबूर, सड़क का भी बुरा हाल*
मैनपुर:- जिला गरियाबंद के मैनपुर विकासखंड के अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत चिखली जो बरसात के दिन में टापू बन जाता हैं क्योंकि चिखली से लगा नाला जो बरसात के दिनों में आवागमन अवरुद्ध कर देता है एवं इसी नाले को पार कर छात्र-छात्राएं चिखली स्कूल पढ़ने आते हैं एवं स्कूली छात्र-छात्राओं पर खतरा मंडराता रहता है। साथ ही साथ ग्रामीणों पर भी खतरा मंडराता रहता है।
हम बात कर रहे हैं चिखली के उस नाले का जहां प्रतिवर्ष चिखली से लगे रपटा जो कई वर्षों से टूट कर अलग थलक हो गया हैं बावजूद कुर्सी पर बैठे जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं देते है जो कि शिक्षा स्वास्थ्य के लिए थाना तहसील मुख्यालय अमलीपदर को जोड़ता है। स्थानीय कांग्रेसी नेता जो कुर्सी पर बैठकर अलग-अलग मंचों पर विकास के नाम पर भाषण देते नजर आ जाएंगे पर अपने ही क्षेत्र में लोगों को हो रही दिक्कतों का हल कर पाने में असमर्थ हैं।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़क भी बनकर तैयार है पर सड़क की बात करें तो सड़क में भी जगह-जगह गड्ढों ने यहां के लोगों की दिक्कतें और बढ़ा देती है। इस नाले की वजह से इस सड़क का भी कोई औचित्य नहीं है, जिसके चलते नाला के उस पार लगभग 7 से 8 ग्रामों के लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है। यदि यहां के लोगों को अमलीपदर जाना हो तो उन्हें 10 किलोमीटर का सफर को इस रपटे की वजह से 20 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। जब भाजपा अनुसूचित जनजाति के प्रदेश उपाध्यक्ष भागीरथी मांझी इस क्षेत्र में प्रवास पर निकले तो ग्रामीणों ने उनसे इस समस्या का हल करने का मांग किया जिस पर उन्होंने प्रदेश में बनी कांग्रेस की सरकार एवं स्थानीय कांग्रेसी नेता के ऊपर एवं अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है कह कर आरोप लगाया। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं अनुसूचित जनजाति के प्रदेश उपाध्यक्ष ने स्थानीय नेताओं के ऊपर आरोप लगाया कि स्थानीय होने के बावजूद लोगों की समस्या का हल नहीं हो पा रहा है तो ऐसे नेताओं को कुर्सी में बैठने का कोई हक नहीं है।
वर्तमान में चिखली, घुमरापदर,सरनाबहाल, मार्ग का मरम्मत हुआ है पर बरसात लगते ही पुनः जगह-जगह गड्ढों की वजह से साफ जाहिर होता है कि सड़क पर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है।